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मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना ।
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना ॥

मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना ।
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया ठिकाना ॥

मुझे कौन जानता था तेरी बंदगी से पहले ।
तेरी याद ने बना दी मेरी ज़िन्दगी फ़साना ॥

मुझे इसका गम नहीं है की बदल गया ज़माना ।
मेरी ज़िन्दगी के मालिक कहीं तुम बदल न जाना ॥

यह सर वो सर नहीं है जिसे रख दूँ फिर उठा लूं ।
जब चढ़ गया चरण में आता नहीं उठाना ॥

तेरी सांवरी सी सुरत मेरे मन में बस गयी है ।
ऐ सांवरे सलोने अब और ना सताना ॥

दुनियां की खा के ठोकर मैं आया तेरे द्वारे ।
मेरे मुरली वाले मोहन, अब और ना सताना ॥

मेरी आरजु यही है दम निकले तेरे दर पे ।



mujhe raas aa gaya hai tere dar pe sar jhukana tujhe mil gaya pujari mujhe mil gaya thikana

mujhe raas a gaya hai, tere dar pe sar jhukaanaa
tujhe mil gaya pujaari, mujhe mil gaya thikaana ..


mujhe kaun jaanata tha teri bandagi se pahale
teri yaad ne bana di meri zindagi pahasaana ..

mujhe isaka gam nahi hai ki badal gaya zamaanaa
meri zindagi ke maalik kaheen tum badal n jaana ..

yah sar vo sar nahi hai jise rkh doon phir utha loon
jab chadah gaya charan me aata nahi uthaana ..

teri saanvari si surat mere man me bas gayi hai
ai saanvare salone ab aur na sataana ..

duniyaan ki kha ke thokar mainaaya tere dvaare
mere murali vaale mohan, ab aur na sataana ..

meri aaraju yahi hai dam nikale tere dar pe
abhi saans chal rahi hai kaheen tum chale na jaana ..

mujhe raas a gaya hai, tere dar pe sar jhukaanaa
tujhe mil gaya pujaari, mujhe mil gaya thikaana ..




mujhe raas aa gaya hai tere dar pe sar jhukana tujhe mil gaya pujari mujhe mil gaya thikana Lyrics

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अपनी वाणी में अमृत घोल
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