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The Shortest Path to God - Kripaluji Maharaj speaks at Jagannath Puri [Subtitled]

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इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
अच्युतम केशवं राम नारायणं,
कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं,
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ

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राम सिया राम सिया राम सिया राम,
बोलो राम सिया राम सिया राम,
लाली लाली लाल चुनरिया,
कैसे ना माँ को भाए,
भोला रेहंदा बड़ी दूर भोला भोला,
मेरी अखिया दा नूर भोला भोला,
खाटू में श्री श्याम विराजे सालासर
हमने तो ये देख लिया दोनों भक्तों के
हे गुरुवर अभिनन्दन है,
पद पंकज में वंदन है,