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अपरिग्रह  [Hindi Story]
आध्यात्मिक कहानी - Wisdom Story (Hindi Story)

संत अफ्ररायतका जीवन अत्यन्त सरल था, वे बड़ी पवित्रतासे रहते थे। अपनी जन्मभूमि फारसका परित्याग कर वे सीरिया चले आये थे। नगरके बाहर सदा एक छोटी-सी गुफामें निवास कर वे भगवान्का चिन्तन किया करते थे। वे सूर्यास्तके बाद केवल एक छोटी-सी रोटी खा लेते थे और चटाईपर सोते थे। उनका पहनावा केवल एक मोटा-सा कपड़ा था।

एक दिन वे अपनी गुफाके बाहर बैठे हुए थे कि अन्थेमियस उनसे मिलने आया। वह कुछ दिनों तक फारसमें राजदूत था। संतको भेंट देनेके लिये अपने साथ फारससे एक सुन्दर वस्त्र लाया था

'यह आपके देशकी बनी हुई वस्तु है। इसे सहर्ष ग्रहण कीजिये।' अन्थेमियसने निवेदन किया।'क्या आप इसे ठीक समझते हैं कि एक पुराने स्वामिभक्त नौकर-सेवकको इसलिये निकाल दिया जाय कि दूसरा नया आदमी अपने देशसे आ गया है ?' संतने अपने प्रश्नसे अन्थेमियसको आश्चर्यचकित कर दिया।

'नहीं, ऐसा करना कदापि उचित नहीं है।' राजदूतने गम्भीरतापूर्वक उत्तर दिया।

'तो फिर अपना वस्त्र वापस लीजिये। मैंने जिस वस्त्रको सोलह सालोंसे अनवरत धारण किया है उसके रहते दूसरा नहीं रख सकता। मेरी आवश्यकता इसीसे पूरी हो जायगी।' संतकी पवित्र अपरिग्रह वृत्ति मुखरित हो उठी। वे अपनी गुफाके भीतर चले गये। - रा0 श्री0



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aparigraha

sant aphraraayataka jeevan atyant saral tha, ve bada़ee pavitrataase rahate the. apanee janmabhoomi phaarasaka parityaag kar ve seeriya chale aaye the. nagarake baahar sada ek chhotee-see guphaamen nivaas kar ve bhagavaanka chintan kiya karate the. ve sooryaastake baad keval ek chhotee-see rotee kha lete the aur chataaeepar sote the. unaka pahanaava keval ek motaa-sa kapada़a thaa.

ek din ve apanee guphaake baahar baithe hue the ki anthemiyas unase milane aayaa. vah kuchh dinon tak phaarasamen raajadoot thaa. santako bhent deneke liye apane saath phaarasase ek sundar vastr laaya thaa

'yah aapake deshakee banee huee vastu hai. ise saharsh grahan keejiye.' anthemiyasane nivedan kiyaa.'kya aap ise theek samajhate hain ki ek puraane svaamibhakt naukara-sevakako isaliye nikaal diya jaay ki doosara naya aadamee apane deshase a gaya hai ?' santane apane prashnase anthemiyasako aashcharyachakit kar diyaa.

'naheen, aisa karana kadaapi uchit naheen hai.' raajadootane gambheerataapoorvak uttar diyaa.

'to phir apana vastr vaapas leejiye. mainne jis vastrako solah saalonse anavarat dhaaran kiya hai usake rahate doosara naheen rakh sakataa. meree aavashyakata iseese pooree ho jaayagee.' santakee pavitr aparigrah vritti mukharit ho uthee. ve apanee guphaake bheetar chale gaye. - raa0 shree0

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