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सौन्दर्यके अहंकारका फल  [Short Story]
आध्यात्मिक कथा - Short Story (Hindi Story)

सौन्दर्यके अहंकारका फल

शंखासुरका एक पुत्र था, जो 'अघ' नामसे विख्यात था। महाबली अघ युवावस्थामें अत्यन्त सुन्दर होनेके कारण साक्षात् दूसरे कामदेव सा जान पड़ता था। एक दिन मलयाचलपर जाते हुए अष्टावक्रमुनिको देखकर अघासुर जोर-जोर से हँसने लगा और बोला-'यह कैसा कुरूप है!' उस महादुष्टको शाप देते हुए मुनिने कहा 'दुर्मते ! सर्प हो जा; क्योंकि भूमण्डलपर सर्पोंकी ही तू जाति कुरूप एवं कुटिल गतिसे चलनेवाली होती है।' ज्यों ही उसने यह सुना, उस दैत्यका सारा अभिमान गल गया और वह दीनभावसे मुनिके चरणोंमें गिर पड़ा। उसे विनययुक्त देखकर मुनि प्रसन्न हो गये और पुन: उसे वर देते हुए बोले-करोड़ों कंदर्पोंसे भी अधिक लावण्यशाली भगवान् श्रीकृष्ण जब तुम्हारे उदरमें प्रवेश करेंगे, तब इस सर्परूपसे तुम्हें छुटकारा मिल जायगा ।
इसी शापके कारण अघासुरको अजगरका शरीर प्राप्त हुआ। ग्वाल-बालोंसहित भगवान् श्रीकृष्णने जब उसके गुफासदृश विशाल मुखमें प्रवेश किया तो उसने उन्हें निगल जाना चाहा, परंतु भगवान् श्रीकृष्णने उसके उदरमें ही अपनेको विशाल रूपवाला बना लिया, जिससे उसकी प्राणवायु रुक गयी। इस प्रकार उस असुरका उद्धार हो गया। अपने सौन्दर्यके प्रति अहंकार रखनेके कारण उसे कुत्सित सर्पयोनिमें जाना पड़ा।



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saundaryake ahankaaraka phala

saundaryake ahankaaraka phala

shankhaasuraka ek putr tha, jo 'agha' naamase vikhyaat thaa. mahaabalee agh yuvaavasthaamen atyant sundar honeke kaaran saakshaat doosare kaamadev sa jaan pada़ta thaa. ek din malayaachalapar jaate hue ashtaavakramuniko dekhakar aghaasur jora-jor se hansane laga aur bolaa-'yah kaisa kuroop hai!' us mahaadushtako shaap dete hue munine kaha 'durmate ! sarp ho jaa; kyonki bhoomandalapar sarponkee hee too jaati kuroop evan kutil gatise chalanevaalee hotee hai.' jyon hee usane yah suna, us daityaka saara abhimaan gal gaya aur vah deenabhaavase munike charanonmen gir pada़aa. use vinayayukt dekhakar muni prasann ho gaye aur puna: use var dete hue bole-karoda़on kandarponse bhee adhik laavanyashaalee bhagavaan shreekrishn jab tumhaare udaramen pravesh karenge, tab is sarparoopase tumhen chhutakaara mil jaayaga .
isee shaapake kaaran aghaasurako ajagaraka shareer praapt huaa. gvaala-baalonsahit bhagavaan shreekrishnane jab usake guphaasadrish vishaal mukhamen pravesh kiya to usane unhen nigal jaana chaaha, parantu bhagavaan shreekrishnane usake udaramen hee apaneko vishaal roopavaala bana liya, jisase usakee praanavaayu ruk gayee. is prakaar us asuraka uddhaar ho gayaa. apane saundaryake prati ahankaar rakhaneke kaaran use kutsit sarpayonimen jaana pada़aa.

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