⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

अपना काम स्वयं पूरा करें  [हिन्दी कहानी]
Moral Story - Hindi Story (शिक्षदायक कहानी)

एक राजाके चार पत्त्रियाँ थीं। राजाने हर एकको एक-एक काम सौंप दिया। पहलीको दूध दुहनेका काम बताया, दूसरीको रसोई पकानेका, तीसरीको बाल-बच्चे सँभालनेका और चौथीको अपनी सेवा करनेका ।

कुछ दिनों तो चारोंने ठीक-ठीक अपना-अपना काम किया। पर आगे चलकर हर एकको यह मालूम पड़ने लगा कि मैं ही क्यों रसोई पकाऊँ, राजाकी सेवा क्यों न करूँ; मैं ही दूध क्यों दुहूँ, बच्चोंको क्यों न खिलाऊँ। इस तरह एक-दूसरी आपसमें लड़ने लगीं। फलतः घरका काम भी रुक जाता।

राजा इस गृहकलहसे भीतर ही भीतर बड़ा उदास रहता। एक बार उसके यहाँ एक महात्मा आये। राजाने अर्घ्यपाद्यादिसे उनकी सम्भावना की। महात्माने राजाका उदास चेहरा देखकर कारण पूछा। राजाने सारा किस्सा कह सुनाया। महात्माने उसे आश्वासन देकर इसका उपाय कर देना स्वीकार किया।

महात्माने अन्तर्दृष्टि लगायी। झगड़ेके कारणोंका पता पा लिया और राजाको लेकर पहली रानीके यहाँ आये। उससे पूछा – 'तुम्हें दूध दुहनेका काम दिया। गया है न?' उसने कहा 'हाँ।' महात्माने बताया 'तो सुनो, पूर्वजन्ममें तुम गाय थी। दिनभर जंगलमें चरती और शामको वहींके एक शिवालयमें आ अपने स्तनोंकी दुग्धधारसे उनपर अभिषेक करती थीं; पर बीचमें ही मृत्यु हो गयी। उस पुण्यसे रानी बनी, पर आराधना पूर्ण नहीं हुई थी इसीलिये राजाने तुम्हें दूध | दुहनेको कहा। दूध दुहकर शंकर समझ उन्हें पिलाती जाओ, इसीमें तुम्हारा कल्याण है।'

रानीने 'तथास्तु' कहकर नमस्कार किया।

महात्मा आगे बढ़े। दूसरी रानीके पास आकर कहा कि 'तुम रसोई पकानेसे क्यों भागती हो। अरी, पूर्वजन्ममें तुम गरीब ब्राह्मणकी पत्नी थीं। सोमवारका व्रत करतीं और प्रतिदिन कोरा अन्न भिक्षामें माँग लातीं तथा पकाकर भगवान्‌को भोग लगाती थीं। उसी पुण्यसे तुम रानी बनीं। इसलिये रसोई पकाया करो और सबकी आत्मा तृप्तकर भगवान्‌को प्रसन्न करो।' उसने भी 'तथास्तु' कहा।

महात्मा तीसरी रानीके पास गये। उससे कहा 'पूर्व-जन्ममें तुम वानरी थीं। अच्छे-अच्छे फल तोड़कर शंकरको चढ़ाती थीं। इसीलिये रानी बनीं और बाल बच्चे हुए। इन्हें ही सँभालनेमें तुम्हारा कल्याण और शंकरकी प्रसन्नता है।' तीसरीने भी मान लिया। महात्मा चौथी रानीके पास आये। उससे कहा

'पूर्वजन्ममें तुम चील थीं। आकाशमें उड़तीं और दोपहर में जंगलके एक महादेवके सिरपर छाँह करके उन्हें नित्य धूपसे बचाती थीं। इसीलिये तुम्हें भगवान्ने रानी बनाकर छप्पर पलंगपर बिठाया। इसलिये तुम भी राजाको यहीं बैठकर सुख दो, उसकी सेवा करो; इसीमें तुम्हारा कल्याण है।' उसने भी स्वीकार कर लिया।

महात्मा चले गये। चारों रानियाँ अपना-अपना कर्तव्य पूर्वजन्म प्राप्त समझकर उन-उन कामोंको बड़े प्रेमसे करने लगीं। दूसरेका काम अच्छा और अपना बुरा, यह कभी भी मनमें न लातीं। एक-दूसरेकी ईर्ष्या से बचकर बड़े प्रेमसे रहने लगीं। राजाके भी आनन्दका ठिकाना न रहा। गो0 न0 बै0 – प्राचीन कथाएँ



You may also like these:

प्रेरक कहानी चिन्ताका कारण
हिन्दी कहानी दयालुता
प्रेरक कथा धर्मविजय
Wisdom Story मानवता
आध्यात्मिक कथा संत-स्वभाव
बोध कथा समयका मूल्य


apana kaam svayan poora karen

ek raajaake chaar pattriyaan theen. raajaane har ekako eka-ek kaam saunp diyaa. pahaleeko doodh duhaneka kaam bataaya, doosareeko rasoee pakaaneka, teesareeko baala-bachche sanbhaalaneka aur chautheeko apanee seva karaneka .

kuchh dinon to chaaronne theeka-theek apanaa-apana kaam kiyaa. par aage chalakar har ekako yah maaloom pada़ne laga ki main hee kyon rasoee pakaaoon, raajaakee seva kyon n karoon; main hee doodh kyon duhoon, bachchonko kyon n khilaaoon. is tarah eka-doosaree aapasamen lada़ne lageen. phalatah gharaka kaam bhee ruk jaataa.

raaja is grihakalahase bheetar hee bheetar bada़a udaas rahataa. ek baar usake yahaan ek mahaatma aaye. raajaane arghyapaadyaadise unakee sambhaavana kee. mahaatmaane raajaaka udaas chehara dekhakar kaaran poochhaa. raajaane saara kissa kah sunaayaa. mahaatmaane use aashvaasan dekar isaka upaay kar dena sveekaar kiyaa.

mahaatmaane antardrishti lagaayee. jhagaड़eke kaaranonka pata pa liya aur raajaako lekar pahalee raaneeke yahaan aaye. usase poochha – 'tumhen doodh duhaneka kaam diyaa. gaya hai na?' usane kaha 'haan.' mahaatmaane bataaya 'to suno, poorvajanmamen tum gaay thee. dinabhar jangalamen charatee aur shaamako vaheenke ek shivaalayamen a apane stanonkee dugdhadhaarase unapar abhishek karatee theen; par beechamen hee mrityu ho gayee. us punyase raanee banee, par aaraadhana poorn naheen huee thee iseeliye raajaane tumhen doodh | duhaneko kahaa. doodh duhakar shankar samajh unhen pilaatee jaao, iseemen tumhaara kalyaan hai.'

raaneene 'tathaastu' kahakar namaskaar kiyaa.

mahaatma aage badha़e. doosaree raaneeke paas aakar kaha ki 'tum rasoee pakaanese kyon bhaagatee ho. aree, poorvajanmamen tum gareeb braahmanakee patnee theen. somavaaraka vrat karateen aur pratidin kora ann bhikshaamen maang laateen tatha pakaakar bhagavaan‌ko bhog lagaatee theen. usee punyase tum raanee baneen. isaliye rasoee pakaaya karo aur sabakee aatma triptakar bhagavaan‌ko prasann karo.' usane bhee 'tathaastu' kahaa.

mahaatma teesaree raaneeke paas gaye. usase kaha 'poorva-janmamen tum vaanaree theen. achchhe-achchhe phal toda़kar shankarako chaढ़aatee theen. iseeliye raanee baneen aur baal bachche hue. inhen hee sanbhaalanemen tumhaara kalyaan aur shankarakee prasannata hai.' teesareene bhee maan liyaa. mahaatma chauthee raaneeke paas aaye. usase kahaa

'poorvajanmamen tum cheel theen. aakaashamen uda़teen aur dopahar men jangalake ek mahaadevake sirapar chhaanh karake unhen nity dhoopase bachaatee theen. iseeliye tumhen bhagavaanne raanee banaakar chhappar palangapar bithaayaa. isaliye tum bhee raajaako yaheen baithakar sukh do, usakee seva karo; iseemen tumhaara kalyaan hai.' usane bhee sveekaar kar liyaa.

mahaatma chale gaye. chaaron raaniyaan apanaa-apana kartavy poorvajanm praapt samajhakar una-un kaamonko bada़e premase karane lageen. doosareka kaam achchha aur apana bura, yah kabhee bhee manamen n laateen. eka-doosarekee eershya se bachakar bada़e premase rahane lageen. raajaake bhee aanandaka thikaana n rahaa. go0 na0 bai0 – praacheen kathaaen

657 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav DevoteeWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?Why Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]



Bhajan Lyrics View All

सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है

New Bhajan Lyrics View All

हे राम मेरे तुमको भक्तों ने पुकारा है,
आ जाओ तू आ जाओ एक तेरा सहारा है...
ओ बाईसा अब तो हमको बाबोसा के दर्श करा
दर्श के प्यासे नैन बावरे, प्यास बुझा
खुली रखी मैं नैना वाली बारी, उडीक
साडी वध गई श्याम बेकरारी, उडीक मैनु
तेरे कैलाशो में डमरुँ,
बजते तेरे नाम के,
जन्मया जन्मया कृष्ण कन्हैया,
यशोदा मैया लाड लडावे जी,