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सीकर जिले की पावन ज़मीन को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम

सीकर जिले की पावन ज़मीन को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम


खाटू में सब से पहले दर्शन जिसे मिला,
खाटू में मंदिर बनाया उस भक्त को प्रणाम,
कहते हैं आलू सिंह जी भक्ति शिरोमणि,
ऐसे दीवाने श्याम के उस भक्तो को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम

जाते हैं चल के पैदल जो भक्त तेरे यहाँ,
उस डगर में पड़ी पग धूलि को प्रणाम,
आराम पाते बाबा तेरे भक्त थके हुए,
उस जगह श्याम कुंड श्याम बगीची को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम

जिसने सजाया तेरा दरबार सांवरे,
बना दी मनोहर झांकी उस भक्त को प्रणाम,
गुणगान करते तेरा साज़ो आवाज़ से,
माँ शारदे के ऐसे नौ निहालों को प्रणाम,
बैठे जो दर पे तेरे जैकारे बोलते,
ताली बजाती गाते हर भक्त को प्रणाम,
खाटू से चलकर तेरे कीर्तन में आ गई,
निर्मल सुहानी पावन श्याम ज्योति को प्रणाम,
होता रहे ये कीर्तन ‘कोमल’ सदा सदा,
कीर्तन कराने वाले श्याम भक्तों को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम...

सीकर जिले की पावन ज़मीन को प्रणाम,
ऐ श्याम तेरे खाटू नगर को प्रणाम




seekar jile ki paavan zameen ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam

seekar jile ki paavan zameen ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam


khatu me sab se pahale darshan jise mila,
khatu me mandir banaaya us bhakt ko pranaam,
kahate hain aaloo sinh ji bhakti shiromani,
aise deevaane shyaam ke us bhakto ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam

jaate hain chal ke paidal jo bhakt tere yahaan,
us dagar me padi pag dhooli ko pranaam,
aaram paate baaba tere bhakt thake hue,
us jagah shyaam kund shyaam bageechi ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam

jisane sajaaya tera darabaar saanvare,
bana di manohar jhaanki us bhakt ko pranaam,
gunagaan karate tera saazo aavaaz se,
ma shaarade ke aise nau nihaalon ko pranaam,
baithe jo dar pe tere jaikaare bolate,
taali bajaati gaate har bhakt ko pranaam,
khatu se chalakar tere keertan me a gi,
nirmal suhaani paavan shyaam jyoti ko pranaam,
hota rahe ye keertan komal sada sada,
keertan karaane vaale shyaam bhakton ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam...

seekar jile ki paavan zameen ko pranaam,
ai shyaam tere khatu nagar ko pranaam




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