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तू भिखारी मुझे क्या देगा  [Hindi Story]
बोध कथा - बोध कथा (Shikshaprad Kahani)

बादशाह अकबर विद्वानों, साधुओं और फकीरोंका सम्मान करते थे। उनके यहाँ प्रायः देशके विभिन्न भागोंसे विद्वान् आया करते थे। किसी त्यागी साधु या फकीरको उनके पास पहुँचनेमें कठिनाई नहीं होती थीं। एक बार एक फकीर बादशाहके पास पहुँचे। बादशाहने उन्हें सम्मानपूर्वक बैठाया। परंतु नमाजका समय हो गया। था, इसलिये फकीरसे अनुमति लेकर बादशाह वहीं पासमें नमाज पढ़ने लगे।

नमाज पूरी हो जानेपर बादशाह प्रार्थना करने लगे– 'पाक परवरदिगार! मुझपर रहम कर मेरीफौजको कामयाबी दे। मेरा खजाना तेरी मेहरबानीसे बढ़ता रहे। मेरे शरीरको तन्दुरुस्त रख !'

फकीरने बादशाहकी प्रार्थना सुनी और उठकर चलते हुए। बादशाह नमाज तो पढ़ ही चुके थे, शीघ्रतासे फकीरके पास आये और बोले- 'आप क्यों चले जा रहे हैं? मेरे लायक कोई खिदमत फरमावें । '

फकीरने कहा—'मैं तुझसे कुछ माँगने आया था; किंतु देखता हूँ कि तू तो खुद कंगाल है। तू भी किसीसे माँगता ही है। जिससे तू माँगता है, उसीसे मैं भी माँग लूँगा। तू भिखारी मुझे क्या देगा।'



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too bhikhaaree mujhe kya degaa

baadashaah akabar vidvaanon, saadhuon aur phakeeronka sammaan karate the. unake yahaan praayah deshake vibhinn bhaagonse vidvaan aaya karate the. kisee tyaagee saadhu ya phakeerako unake paas pahunchanemen kathinaaee naheen hotee theen. ek baar ek phakeer baadashaahake paas pahunche. baadashaahane unhen sammaanapoorvak baithaayaa. parantu namaajaka samay ho gayaa. tha, isaliye phakeerase anumati lekar baadashaah vaheen paasamen namaaj padha़ne lage.

namaaj pooree ho jaanepar baadashaah praarthana karane lage– 'paak paravaradigaara! mujhapar raham kar mereephaujako kaamayaabee de. mera khajaana teree meharabaaneese badha़ta rahe. mere shareerako tandurust rakh !'

phakeerane baadashaahakee praarthana sunee aur uthakar chalate hue. baadashaah namaaj to paढ़ hee chuke the, sheeghrataase phakeerake paas aaye aur bole- 'aap kyon chale ja rahe hain? mere laayak koee khidamat pharamaaven . '

phakeerane kahaa—'main tujhase kuchh maangane aaya thaa; kintu dekhata hoon ki too to khud kangaal hai. too bhee kiseese maangata hee hai. jisase too maangata hai, useese main bhee maang loongaa. too bhikhaaree mujhe kya degaa.'

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