⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

ताओ-कथा  [बोध कथा]
प्रेरक कहानी - हिन्दी कहानी (Moral Story)

ताओ-कथा

चीनके एक गाँवमें एक किसान रहता था। एक दिन उसका घोड़ा रस्सी तुड़ाकर भाग गया। उसके पड़ोसियोंने उसके घर आकर अफसोस जाहिर किया। किसान चुप रहा।
दूसरे दिन वह घोड़ा वापस आ गया और अपने साथ तीन जंगली घोड़े और ले आया। किसानके पड़ोसियोंने आकर खुशी जाहिर की। वह किसान तब भी शान्त रहा।
दो दिन बाद एक जंगली घोड़ेकी सवारी करनेके प्रयासमें किसानका इकलौता बेटा अपनी टाँग तुड़ा बैठा। पड़ोसियोंने इसपर सहानुभूति प्रकट की। किंतु किसान इस बात से भी अप्रभावित ही रहा; क्योंकि उसे परमात्माका प्रत्येक निर्णय कल्याणकारी ही प्रतीत होता था।
अगली सुबह सेनाके अधिकारी गाँव आये और गाँवके सभी जवान लड़कोंको उन्होंने जबरदस्ती सेनामें भर्ती कर लिया। उस किसानका बेटा पैर टूटा होनेके कारण भर्ती होनेसे बच गया।
कोई नहीं जानता कि हमारे लिये क्या अच्छा है। और क्या बुरा? केवल परमपिता परमेश्वर ही जानता है कि हमारे लिये क्या अच्छा है।



You may also like these:

हिन्दी कथा अपनी खोज
हिन्दी कहानी अम्बादासका कल्याण
हिन्दी कहानी कथा-प्रेम
हिन्दी कथा गुरुप्राप्ति
आध्यात्मिक कहानी जब सूली पानी-पानी हो गयी !
हिन्दी कहानी धनका परिणाम – हिंसा
आध्यात्मिक कहानी धर्मो रक्षति रक्षितः


taao-kathaa

taao-katha

cheenake ek gaanvamen ek kisaan rahata thaa. ek din usaka ghoda़a rassee tuda़aakar bhaag gayaa. usake pada़osiyonne usake ghar aakar aphasos jaahir kiyaa. kisaan chup rahaa.
doosare din vah ghoda़a vaapas a gaya aur apane saath teen jangalee ghoda़e aur le aayaa. kisaanake pada़osiyonne aakar khushee jaahir kee. vah kisaan tab bhee shaant rahaa.
do din baad ek jangalee ghoda़ekee savaaree karaneke prayaasamen kisaanaka ikalauta beta apanee taang tuda़a baithaa. pada़osiyonne isapar sahaanubhooti prakat kee. kintu kisaan is baat se bhee aprabhaavit hee rahaa; kyonki use paramaatmaaka pratyek nirnay kalyaanakaaree hee prateet hota thaa.
agalee subah senaake adhikaaree gaanv aaye aur gaanvake sabhee javaan lada़konko unhonne jabaradastee senaamen bhartee kar liyaa. us kisaanaka beta pair toota honeke kaaran bhartee honese bach gayaa.
koee naheen jaanata ki hamaare liye kya achchha hai. aur kya buraa? keval paramapita parameshvar hee jaanata hai ki hamaare liye kya achchha hai.

96 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For God8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?11 Tips For Enhancing Devotional Service For Busy People7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome Pain



Bhajan Lyrics View All

राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।

New Bhajan Lyrics View All

थारो टाबर भोलो मां,
म्हारो जन्म सुधारो मां,
मेरी खुल गयी पटक नाल आंख नी,
गली दे विचो श्याम लंगया...
मंगल मूर्ति मारुती नंदन,
सकल अमंगल मूल निकंदन,
ऊँचा भवन निराला गले तेरे में सुन्दर
कौन  है अपना कोण पराया कर दो हम पर अपना
मैया बैठी है भवन में ओढ़े चुनरी
ओढ़े चुनरी मेरी माँ ओढ़े चुनरी ....