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आज मेरे भोले की शादी है,
शिव चौदस की रात को हर कोई बना बराती है,

आज मेरे भोले की शादी है,
शिव चौदस की रात को हर कोई बना बराती है,
आज मेरे भोले की शादी है॥


बजे ढोल ढोलक डम डमरू बाजे शंख‌ नगाड़े,
शिव विवाह का लगा है मेला गूँज रहे जयकारे...
नगर नगर और डगर डगर में लगी मुनादी है,
आज मेरे भोले की शादी है॥

कोई झूमे कोई नाचे गाए कोई बजाए बाजा,
सज धज कर नंदी पर बैठा कैलाशी का राजा...
भांग धतूरे की मस्ती ने सुद्ध बिसरा दी है,
आज मेरे भोले की शादी है॥

शिव कैलाशी रूप निराला गौरा के मन भाया,
गौरा अपनी सुद्ध बुध खोकर डाल रही वरमाला...
ऐसी जोड़ी पर हम सब जाते बलहारी हैं,
आज मेरे भोले की शादी है॥

आज मेरे भोले की शादी है,
शिव चौदस की रात को हर कोई बना बराती है,
आज मेरे भोले की शादी है॥




aaj mere bhole ki shaadi hai,
shiv chaudas ki raat ko har koi bana baraati hai,

aaj mere bhole ki shaadi hai,
shiv chaudas ki raat ko har koi bana baraati hai,
aaj mere bhole ki shaadi hai..


baje dhol dholak dam damaroo baaje shankh nagaade,
shiv vivaah ka laga hai mela goonj rahe jayakaare...
nagar nagar aur dagar dagar me lagi munaadi hai,
aaj mere bhole ki shaadi hai..

koi jhoome koi naache gaae koi bajaae baaja,
saj dhaj kar nandi par baitha kailaashi ka raajaa...
bhaang dhatoore ki masti ne suddh bisara di hai,
aaj mere bhole ki shaadi hai..

shiv kailaashi roop niraala gaura ke man bhaaya,
gaura apani suddh budh khokar daal rahi varamaalaa...
aisi jodi par ham sab jaate balahaari hain,
aaj mere bhole ki shaadi hai..

aaj mere bhole ki shaadi hai,
shiv chaudas ki raat ko har koi bana baraati hai,
aaj mere bhole ki shaadi hai..




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