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विनोबाका एम टू ए  [Spiritual Story]
Spiritual Story - Spiritual Story (Moral Story)

विनोबाका 'एम टू ए'

सन्त विनोबा भावेने समाजको कई अभिनव सूत्र दिये, जिससे व्यक्ति आत्मोन्नत होकर समाजका नवनिर्माण कर सके। वे कहते थे— 'पानीका फॉर्मूला 'एच टू ओ' है। जीवनके लिये फॉर्मूला है-'एम टू ए' यानी दो भाग ध्यान (मेडिटेशन) और एक भाग कर्म (एक्शन)। बैठकर आसन लगाकर ध्यान करना एक बात । दस-बीस मिनट ध्यान करना- दूसरी बात । दिन-भर ध्यान करना तीसरी बात। कोई भी कार्य करते समय यदि हम महसूस करें कि हम भगवान्‌की सेवा कर रहे हैं तो ऐसी भावना होते ही ध्यान हो जाता है। ध्यान करनेकी चीज नहीं होनी चाहिये। ध्यान होनेकी चीज है। ध्यान बिना किये होना चाहिये। प्रत्येक वस्तुको यथास्थान रखना, जिससे लिया उसे समयपर लौटाना, कोई स्वयंसे आशा रखता है तो उसकी पूर्ति करना। यहाँतक ही नहीं-जीवनमें पूर्ण ईमानदारी बनाये रखना, सत्यका साथ देना, लोकहितके कार्यों में तत्पर रहना। जब हम ऐसे कार्योंमें लीन हो जायँ, तो वही ध्यान है। लेकिन ध्यानसे बढ़कर है ज्ञान। ध्यानमें एकाग्रता सधेगी, पर ज्ञानसे समत्व होगा। ज्ञानके अन्दर आते ही सब ओर शान्ति और प्रसन्नता बिखर जाती है। ऐसेमें जबकि समाजमें हर व्यक्ति निजी स्वार्थमें जी रहा है, तो मानवको ध्यानावस्था और ज्ञानावस्थाकी आवश्यकता है। और इसका फॉर्मूला है- 'एम टू ए'।



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vinobaaka em too e

vinobaaka 'em too e'

sant vinoba bhaavene samaajako kaee abhinav sootr diye, jisase vyakti aatmonnat hokar samaajaka navanirmaan kar sake. ve kahate the— 'paaneeka phaॉrmoola 'ech too o' hai. jeevanake liye phaॉrmoola hai-'em too e' yaanee do bhaag dhyaan (mediteshana) aur ek bhaag karm (ekshana). baithakar aasan lagaakar dhyaan karana ek baat . dasa-bees minat dhyaan karanaa- doosaree baat . dina-bhar dhyaan karana teesaree baata. koee bhee kaary karate samay yadi ham mahasoos karen ki ham bhagavaan‌kee seva kar rahe hain to aisee bhaavana hote hee dhyaan ho jaata hai. dhyaan karanekee cheej naheen honee chaahiye. dhyaan honekee cheej hai. dhyaan bina kiye hona chaahiye. pratyek vastuko yathaasthaan rakhana, jisase liya use samayapar lautaana, koee svayanse aasha rakhata hai to usakee poorti karanaa. yahaantak hee naheen-jeevanamen poorn eemaanadaaree banaaye rakhana, satyaka saath dena, lokahitake kaaryon men tatpar rahanaa. jab ham aise kaaryonmen leen ho jaayan, to vahee dhyaan hai. lekin dhyaanase badha़kar hai jnaana. dhyaanamen ekaagrata sadhegee, par jnaanase samatv hogaa. jnaanake andar aate hee sab or shaanti aur prasannata bikhar jaatee hai. aisemen jabaki samaajamen har vyakti nijee svaarthamen jee raha hai, to maanavako dhyaanaavastha aur jnaanaavasthaakee aavashyakata hai. aur isaka phaॉrmoola hai- 'em too e'.

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