Home Katha Gopi Geet Katha

dongreji maharaj

Shree Dongreji Maharaj Bhagwat Katha Part 39

Gopi Gita गोपीगीत

Contents of this list:

Shree Dongreji Maharaj Bhagwat Katha Part 39
Morari Bapu Manas Gopi Geet No. 17 -Day 4 Badrinath
Gopi Gita गोपीगीत

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
84 Beautiful Names Of Lord Shri Krishna (with Meaning) – Reading Them Fills The Heart With LoveHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?Why Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome Pain



Bhajan Lyrics View All

सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं

New Bhajan Lyrics View All

अंगना पधारो गणराजा,
सोये भाग जगा दो गजानन,
मेरा अब क्या होगा भोलेनाथ बीच बुढ़ापे
बीच बुढ़ापे में, बीच बुढ़ापे में,
राधे मान जा,
खिला दे दही माखन,
वनवासी हुए राम अपने भगत के कारण,
अपने भगत के कारण भगत के कारण,
लल्ला की सुन के मै आयी, यशोदा मैया देदो
कान्हा की सुनके मै आयी,यशोदा मैया देदो