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कुसंगका फल  [हिन्दी कथा]
प्रेरक कथा - हिन्दी कहानी (आध्यात्मिक कथा)

14] कुसंगका फल

प्रतिदिन कुछ बगुले आकर एक किसानके खेतकी फसल बरबाद कर जाया करते थे। इसे देखकर किसानने उन बगुलोंको पकड़नेके लिये खेतमें जाल बिछाकर रख दिया। बादमें उसने जाकर देखा तो बहुतसे बगुले उसके जाल में फँसे हुए थे और उनके साथ ही एक सारस भी फँसा हुआ था। सारसने किसानसे कहा, 'भाई किसान, मैं बगुला नहीं हूँ। मैंने तुम्हारी फसल बरबाद नहीं की है, बल्कि मैं तो खेतीको नुकसान पहुँचानेवाले कीड़ोंको खाकर तुम्हें लाभ ही पहुँचाता हूँ। मुझे छोड़ दो। तुम विचार करके देखो कि मेरी कोई गलती नहीं है। जितने भी पक्षी हैं, मैं उन सबकी अपेक्षा अधिक धर्मपरायण हूँ। मैं कभी किसीका नुकसान नहीं करता। मैं अपने वृद्ध माता-पिताका अतीव सम्मान करता हूँ और विभिन्न स्थानोंमें जाकर प्राणपणसे उनका पालन-पोषण करता हूँ।'
इसपर किसान बोला, 'सुनो सारस, तुमने जो बातें कहीं, वे सब ठीक हैं, उनपर मुझे जरा भी संदेह नहीं है। परंतु चूँकि तुम फसल बरबाद करनेवालोंके साथ पकड़े गये हो, इसलिये तुम्हें भी उन्हीं लोगोंके साथ सजा भोगनी होगी।'



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kusangaka phala

14] kusangaka phala

pratidin kuchh bagule aakar ek kisaanake khetakee phasal barabaad kar jaaya karate the. ise dekhakar kisaanane un bagulonko pakada़neke liye khetamen jaal bichhaakar rakh diyaa. baadamen usane jaakar dekha to bahutase bagule usake jaal men phanse hue the aur unake saath hee ek saaras bhee phansa hua thaa. saarasane kisaanase kaha, 'bhaaee kisaan, main bagula naheen hoon. mainne tumhaaree phasal barabaad naheen kee hai, balki main to kheteeko nukasaan pahunchaanevaale keeda़onko khaakar tumhen laabh hee pahunchaata hoon. mujhe chhoda़ do. tum vichaar karake dekho ki meree koee galatee naheen hai. jitane bhee pakshee hain, main un sabakee apeksha adhik dharmaparaayan hoon. main kabhee kiseeka nukasaan naheen karataa. main apane vriddh maataa-pitaaka ateev sammaan karata hoon aur vibhinn sthaanonmen jaakar praanapanase unaka paalana-poshan karata hoon.'
isapar kisaan bola, 'suno saaras, tumane jo baaten kaheen, ve sab theek hain, unapar mujhe jara bhee sandeh naheen hai. parantu choonki tum phasal barabaad karanevaalonke saath pakada़e gaye ho, isaliye tumhen bhee unheen logonke saath saja bhoganee hogee.'

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