⮪ All भगवान की कृपा Experiences

शिवकृपाकी अनुभूति

भगवान् शिवकी कृपालुताकी अनेक घटनाएँ प्रसिद्ध हैं । यहाँ उनकी कृपाकी एक स्वानुभूत घटना प्रस्तुत की जा रही है। मेरा परिवार पूरी तरह शुद्ध शाकाहारी एवं भगवान् शिवके प्रति आस्थावान् है। मेरे विवाहके बाद पुत्रीके जन्मसे सम्बद्ध प्रतिकूल परिस्थितियोंके बाद हम और हमारी पत्नी सब प्रकारसे भगवान् शिवके आसरे हो गये हैं। हमारे परिवारमें जब भी कोई बड़ी विपत्ति आयी, भगवान् शिवकी कृपाका साक्षात् अनुभव हुआ । ११ मार्च २०२१ को शिवरात्रिका पर्व था। इस दिनका हमारे परिवारके सभी सदस्योंको बेसब्री से इंतजार रहता है। हमारे घरमें २३ वर्षोंसे शिवरात्रि मनानेकी लगभग पन्द्रह दिन पहलेसे ही तैयारी शुरू हो जाती है। यह घटना शिवरात्रिके एक दिन पहले १० मार्च २०२१ की दोपहरकी है। मेरी माताजी, जो कि अस्सी वर्षकी हैं, उनको आँखोंमें तकलीफ होनेके कारण मेरे लघु भ्राता कारसे डॉक्टरके पास ले जा रहे थे। वे घरसे करीब २० कि०मी० दूर पहुँचे ही थे कि नेशनल हाइवे पर फोरलेन के डिवाइडरसे टकरानेके कारण कारका संतुलन बिगड़ गया और कार विपरीत दिशामें जाकर पलट गयी। कारके चारों पहिये ऊपर हो गये और कार भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी। हादसेको देखकर माताजीकी आँखोंके सामने अँधेरा छा गया और वे इष्टदेव शिवजीको पुकारने लगीं। कारमें शीशे चढ़े थे, इससे आसानीसे बाहर निकलना भी मुश्किल था । पलटी कारको देखकर जब एक मददगार पास पहुँचे तो ज्ञात हुआ कि वे हमारे पिताजीके शिष्य और पड़ोसी हैं। जिनका हमारे पिताजीसे कई सालोंसे गहन प्रीतिसम्बन्ध है । उन्होंने स्वयं तथा उनके कर्मचारियोंने कारमें फँसी माँ और भाईको बाहर निकाला तथा अपनी कारसे डॉक्टरतक भिजवाया। यह देखकर सभीको आश्चर्य हुआ कि कारके परखच्चे उड़ जानेके बाद भी माँ और भाईको खरोंचतक नहीं आयी। भगवान् शिवने जैसे स्वयं उन्हें गोदमें ले लिया। मेरा दृढ़ विश्वास है कि मेरी माँ और भाईको बचानेवाले स्वयं भगवान् शिवजी थे। क्योंकि यदि वे बचाने नहीं आते तो अगले दिन हमारे परिवारको शिवरात्रि मनाना सम्भव नहीं हो पाता। यह भी कम चमत्कारी बात नहीं है कि भगवान्ने मदद करनेके लिये भी हमारे घनिष्ठ परिचितको तत्काल घटनास्थलपर भेजा। निश्चय ही भगवान् शिवकी कृपा अति विस्मयकारी है।

[ श्रीदिवाकरजी वर्मा ]



You may also like these:



shivakripaakee anubhooti

bhagavaan shivakee kripaalutaakee anek ghatanaaen prasiddh hain . yahaan unakee kripaakee ek svaanubhoot ghatana prastut kee ja rahee hai. mera parivaar pooree tarah shuddh shaakaahaaree evan bhagavaan shivake prati aasthaavaan hai. mere vivaahake baad putreeke janmase sambaddh pratikool paristhitiyonke baad ham aur hamaaree patnee sab prakaarase bhagavaan shivake aasare ho gaye hain. hamaare parivaaramen jab bhee koee bada़ee vipatti aayee, bhagavaan shivakee kripaaka saakshaat anubhav hua . 11 maarch 2021 ko shivaraatrika parv thaa. is dinaka hamaare parivaarake sabhee sadasyonko besabree se intajaar rahata hai. hamaare gharamen 23 varshonse shivaraatri manaanekee lagabhag pandrah din pahalese hee taiyaaree shuroo ho jaatee hai. yah ghatana shivaraatrike ek din pahale 10 maarch 2021 kee dopaharakee hai. meree maataajee, jo ki assee varshakee hain, unako aankhonmen takaleeph honeke kaaran mere laghu bhraata kaarase daॉktarake paas le ja rahe the. ve gharase kareeb 20 ki0mee0 door pahunche hee the ki neshanal haaive par phoralen ke divaaidarase takaraaneke kaaran kaaraka santulan bigada़ gaya aur kaar vipareet dishaamen jaakar palat gayee. kaarake chaaron pahiye oopar ho gaye aur kaar bhee pooree tarah kshatigrast ho gayee. haadaseko dekhakar maataajeekee aankhonke saamane andhera chha gaya aur ve ishtadev shivajeeko pukaarane lageen. kaaramen sheeshe chadha़e the, isase aasaaneese baahar nikalana bhee mushkil tha . palatee kaarako dekhakar jab ek madadagaar paas pahunche to jnaat hua ki ve hamaare pitaajeeke shishy aur pada़osee hain. jinaka hamaare pitaajeese kaee saalonse gahan preetisambandh hai . unhonne svayan tatha unake karmachaariyonne kaaramen phansee maan aur bhaaeeko baahar nikaala tatha apanee kaarase daॉktaratak bhijavaayaa. yah dekhakar sabheeko aashchary hua ki kaarake parakhachche uda़ jaaneke baad bhee maan aur bhaaeeko kharonchatak naheen aayee. bhagavaan shivane jaise svayan unhen godamen le liyaa. mera dridha़ vishvaas hai ki meree maan aur bhaaeeko bachaanevaale svayan bhagavaan shivajee the. kyonki yadi ve bachaane naheen aate to agale din hamaare parivaarako shivaraatri manaana sambhav naheen ho paataa. yah bhee kam chamatkaaree baat naheen hai ki bhagavaanne madad karaneke liye bhee hamaare ghanishth parichitako tatkaal ghatanaasthalapar bhejaa. nishchay hee bhagavaan shivakee kripa ati vismayakaaree hai.

[ shreedivaakarajee varma ]

81 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?15 Obstacles That Can Easily Derail Us From Our Path Of Bhakti11 Tips For Enhancing Devotional Service For Busy People9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee



Bhajan Lyrics View All

श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से ,
मैया करादे मेरो ब्याह,
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥

New Bhajan Lyrics View All

राधा मेरी पिचकारी बड़े रंगों वाली,
गोकुल से लायो रे बड़ी बढ़िया वाली॥
दर्शन को तेरे मोहन मन बावला है मेरा,
परदा ज़रा हटा दो दीदार कर लू तेरा...
नाचतेनाचते मीरा गाने लगी,
आज हमको हमारा सनम मिल गया,
सत्संग में हरि को नाम, हमारो मन सत्संग
अगला जन्म भी सांवरे,
लिख ले अपने नाम,