⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

नियम पालनका लाभ  [हिन्दी कथा]
Spiritual Story - Hindi Story (Short Story)

एक गाँवमें एक साधु आये। उन्हें पता लगा कि गाँवमें एक ऐसा व्यक्ति है जो किसी प्रकारके आचार विचार, व्रत नियमको मानता ही नहीं साधुने उसे बुलवाया और समझाया-'जीवनमें कोई एक नियम अवश्य होना चाहिये। तुम कोई एक नियम बना लो ऐसा नियम जो तुम्हें सबसे सुगम जान पड़े।'

वह व्यक्ति बोला- 'मुझसे कोई नियम पालन नहीं हो सकता; किंतु आप कहते ही हैं तो यह नियम बना लेता हूँ कि अपने घरके पास रहनेवाले कुम्हारका मुखदेखकर ही भोजन करूँगा।'

साधुने स्वीकार कर लिया। साधु चले गये और उसका नियम भी चलता रहा; किंतु एक दिन उसे किसी कामसे कुछ रात्रि रहते ही घरसे दूर जाना पड़ा। जब वह लौटा तो दो पहर बीत चुका था। कुम्हार गाँवसे दूर मिट्टी खोदने चला गया था बर्तन बनानेके लिये । परंतु उसे अपना नियम पालन करना था। वह कुम्हारकी खोजमें चल पड़ा; क्योंकि उसे भूख लगी थी और उस कुम्हारका मुख देखे बिना उसे भोजन करना नहीं था।उस दिन मिट्टी खोदते समय कुम्हारको अशर्फियोंसे भरा घड़ा मिला। उस घड़ेकी अशर्फियोंको वह गधेकी बोरीमें भर रहा था, रात्रिमें ले जानेके लिये, इतनेमें यह व्यक्ति पहुँचा। कुछ दूरसे ही कुम्हारका मुख देखकर यह लौटने लगा। कुम्हारको लगा कि इसने उसे अशर्फी भरतेदेख लिया है। दूसरोंसे यह न बता दे, इस भयसे कुम्हारने उसे पुकारा और घड़ेका आधा धन उसे दे दिया। एक साधारण नियमके पालनसे इतना लाभ हुआ, यह देखकर उसी दिनसे वह व्रतादि सभी धार्मिक नियमोंका पालन करने लगा । - सु0 सिं0



You may also like these:

हिन्दी कथा भगवान्का दोस्त
आध्यात्मिक कथा पूर्वानुमानका महत्त्व
शिक्षदायक कहानी दो पत्र, तीन बातें
आध्यात्मिक कहानी अति साहस करना ठीक नहीं
छोटी सी कहानी संतका सद्व्यवहार
हिन्दी कथा न्यायका सम्मान
आध्यात्मिक कथा धर्मो रक्षति रक्षितः (1)
शिक्षदायक कहानी दानकी मर्यादा


niyam paalanaka laabha

ek gaanvamen ek saadhu aaye. unhen pata laga ki gaanvamen ek aisa vyakti hai jo kisee prakaarake aachaar vichaar, vrat niyamako maanata hee naheen saadhune use bulavaaya aur samajhaayaa-'jeevanamen koee ek niyam avashy hona chaahiye. tum koee ek niyam bana lo aisa niyam jo tumhen sabase sugam jaan pada़e.'

vah vyakti bolaa- 'mujhase koee niyam paalan naheen ho sakataa; kintu aap kahate hee hain to yah niyam bana leta hoon ki apane gharake paas rahanevaale kumhaaraka mukhadekhakar hee bhojan karoongaa.'

saadhune sveekaar kar liyaa. saadhu chale gaye aur usaka niyam bhee chalata rahaa; kintu ek din use kisee kaamase kuchh raatri rahate hee gharase door jaana pada़aa. jab vah lauta to do pahar beet chuka thaa. kumhaar gaanvase door mittee khodane chala gaya tha bartan banaaneke liye . parantu use apana niyam paalan karana thaa. vah kumhaarakee khojamen chal pada़aa; kyonki use bhookh lagee thee aur us kumhaaraka mukh dekhe bina use bhojan karana naheen thaa.us din mittee khodate samay kumhaarako asharphiyonse bhara ghada़a milaa. us ghada़ekee asharphiyonko vah gadhekee boreemen bhar raha tha, raatrimen le jaaneke liye, itanemen yah vyakti pahunchaa. kuchh doorase hee kumhaaraka mukh dekhakar yah lautane lagaa. kumhaarako laga ki isane use asharphee bharatedekh liya hai. doosaronse yah n bata de, is bhayase kumhaarane use pukaara aur ghada़eka aadha dhan use de diyaa. ek saadhaaran niyamake paalanase itana laabh hua, yah dekhakar usee dinase vah vrataadi sabhee dhaarmik niyamonka paalan karane laga . - su0 sin0

258 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
How To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome PainKey Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे

New Bhajan Lyrics View All

तीनों लोकों में है सबसे निराला,
वो कान्हा मेरे मन बसता,
जो राम को लाए है,
हम उनको लाएंगे,
पैसे की यह दुनिया है और पैसे की यह माया
यहाँ कोई नहीं अपना है और कोई ना बेगाना
कैसे तेरा दर्शन पाउ बंद पड़े सब द्वार,
दैत्य रूपी महामारी का बिछा हुआ है जाल,
मैंने पाया नशा बस तुझमे मेरे भोले मेरे
छोड़ चिंता मिली हूँ मैं तो बस तुझमे,