⮪ All भक्त चरित्र

भक्त होथी की मार्मिक कथा
भक्त होथी की अधबुत कहानी - Full Story of भक्त होथी (हिन्दी)

[भक्त चरित्र -भक्त कथा/कहानी - Full Story] [भक्त होथी]- भक्तमाल


संत होथी काठियावाड़के नेकनाम गाँवके मुसलमान थे। बचपन से ही मोरारसाहेबकी भजनमण्डलीमें जाते और वहाँ भजन गाया करते थे। साधु-संतोंकी सेवा करनेकी उनकी टेव थी। यह चाल-ढाल उनके पिताको अच्छी नहीं लगी और वे बड़े दुःखी हुए। अपने कुलकी रिवाजके अनुसार लड़का तलवार, बंदूक, तमंचा, छुरी और भाला न ले, और तम्बूरा तथा मजीरा लेकर गाने बजाने बैठ जाय-यह ठीक नहीं। बाप बेटेको हमेशा दुःख देता रहा। पर सोना आगमें तपकर और अधिक चमक उठता है। वैसे ही होथीके ऊपर जितना दुःख बढ़ने लगा, उतना ही अधिक वे भजन करने लगे। उनको रामके नामकी सच्ची लगन लगी थी और उनके सामने हिंदू-मुसलमान धर्मका भेद मिट गया था।

एक दिन मोरारसाहेबको भजनमण्डली हरिजनोंके निवासस्थानमें भजन करने गयी। होथीको उसके बाप सिकन्दरने वहाँ जानेसे रोका। फिर भी होथी गया। बड़ी. रातको भजन समाप्त हुआ। मण्डली बिखर गयी। रास्ते जाते लोग होथोकी प्रशंसा कर रहे थे-'वाह! कैसा होथीका प्रेम है, कैसी प्रेमभरी मस्ती से होथीने भजन गाया है?' यह प्रशंसा सुनकर होथीके पिताके दिलपर बड़ी चोट लगी और इसकी अपेक्षा उसने अपना मर जाना अच्छा समझा। दूसरे दिन जब होथी भजनमण्डली में जाने लगा तब पिताने अफीम घोलकर पुत्रसे कहा- 'बेटा!अफीम तैयार है; इसे या तो तू पी जा, नहीं तो मैं पी लूँ! पर यह बदनामी मुसलमानकी जातिमें अब बरदाश्त नहीं होती।' भक्त पुत्रने नम्रतासे जवाब दिया- 'पिताजी! आप क्यों पियेंगे, यह तो मुझे पीना चाहिये।' यों कहकर उसने हाथमें प्याला ले लिया और अश्रुभरी आँखोंसे भगवान्से प्रार्थना करने लगा-'प्यारे प्रभु! मैं अफीमसे मरूँ तो इसमें मुझे जरा भी गम नहीं! पर इसमें तुम्हारी और तुम्हारी भक्तिकी लाज जायगी। ऐसे ही समय में तुमने मीराके विषके प्यालेको अमृत बना दिया था। द्रौपदीकी लाज जाते समय तुमने चीर बढ़ा दिया था। प्रभु! मेरी भक्ति यदि सच्ची हो तो मेरी लाज रखना।' यों कहकर भक्त होथी अफीम पी गये और कोठरी बंद | करके कम्बल ओढ़कर सो गये। बापने बाहरसे ताला 5 लगा दिया। सुनते हैं कि उसी रातको जब हरिजन बस्तीमें भजन शुरू हुआ और वहाँसे लौटे हुए श्रोताओंके मुँहसे सिकन्दरने होथीके भजनकी प्रशंसा सुनी, तब चकित होकर वह हरिजन बस्तीमें गया। वहाँ देखता क्या है कि होथी प्रेममग्न हो भजन गा रहा है। वहाँसे लौटकर उसने कोठरीमें होथीको सोये देखा। इससे | उसके अचरजका ठिकाना न रहा। उसे बड़ा पश्चात्ताप हुआ और वह पुत्रके पैरोंमें जा गिरा। फिर पिताने उसे हिंदुओंमें भजन गानेकी छूट दे दी। होथी महान् भक्त हुए और 'दास होथी' नामसे अनेकों भजन बनाये ।



You may also like these:



bhakt hothee ki marmik katha
bhakt hothee ki adhbut kahani - Full Story of bhakt hothee (hindi)

[Bhakt Charitra - Bhakt Katha/Kahani - Full Story] [bhakt hothee]- Bhaktmaal


sant hothee kaathiyaavaada़ke nekanaam gaanvake musalamaan the. bachapan se hee moraarasaahebakee bhajanamandaleemen jaate aur vahaan bhajan gaaya karate the. saadhu-santonkee seva karanekee unakee tev thee. yah chaala-dhaal unake pitaako achchhee naheen lagee aur ve bada़e duhkhee hue. apane kulakee rivaajake anusaar lada़ka talavaar, bandook, tamancha, chhuree aur bhaala n le, aur tamboora tatha majeera lekar gaane bajaane baith jaaya-yah theek naheen. baap beteko hamesha duhkh deta rahaa. par sona aagamen tapakar aur adhik chamak uthata hai. vaise hee hotheeke oopar jitana duhkh badha़ne laga, utana hee adhik ve bhajan karane lage. unako raamake naamakee sachchee lagan lagee thee aur unake saamane hindoo-musalamaan dharmaka bhed mit gaya thaa.

ek din moraarasaahebako bhajanamandalee harijanonke nivaasasthaanamen bhajan karane gayee. hotheeko usake baap sikandarane vahaan jaanese rokaa. phir bhee hothee gayaa. bada़ee. raatako bhajan samaapt huaa. mandalee bikhar gayee. raaste jaate log hothokee prashansa kar rahe the-'vaaha! kaisa hotheeka prem hai, kaisee premabharee mastee se hotheene bhajan gaaya hai?' yah prashansa sunakar hotheeke pitaake dilapar bada़ee chot lagee aur isakee apeksha usane apana mar jaana achchha samajhaa. doosare din jab hothee bhajanamandalee men jaane laga tab pitaane apheem gholakar putrase kahaa- 'betaa!apheem taiyaar hai; ise ya to too pee ja, naheen to main pee loon! par yah badanaamee musalamaanakee jaatimen ab baradaasht naheen hotee.' bhakt putrane namrataase javaab diyaa- 'pitaajee! aap kyon piyenge, yah to mujhe peena chaahiye.' yon kahakar usane haathamen pyaala le liya aur ashrubharee aankhonse bhagavaanse praarthana karane lagaa-'pyaare prabhu! main apheemase maroon to isamen mujhe jara bhee gam naheen! par isamen tumhaaree aur tumhaaree bhaktikee laaj jaayagee. aise hee samay men tumane meeraake vishake pyaaleko amrit bana diya thaa. draupadeekee laaj jaate samay tumane cheer badha़a diya thaa. prabhu! meree bhakti yadi sachchee ho to meree laaj rakhanaa.' yon kahakar bhakt hothee apheem pee gaye aur kotharee band | karake kambal odha़kar so gaye. baapane baaharase taala 5 laga diyaa. sunate hain ki usee raatako jab harijan basteemen bhajan shuroo hua aur vahaanse laute hue shrotaaonke munhase sikandarane hotheeke bhajanakee prashansa sunee, tab chakit hokar vah harijan basteemen gayaa. vahaan dekhata kya hai ki hothee premamagn ho bhajan ga raha hai. vahaanse lautakar usane kothareemen hotheeko soye dekhaa. isase | usake acharajaka thikaana n rahaa. use bada़a pashchaattaap hua aur vah putrake paironmen ja giraa. phir pitaane use hinduonmen bhajan gaanekee chhoot de dee. hothee mahaan bhakt hue aur 'daas hothee' naamase anekon bhajan banaaye .

1280 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?How To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For God



Bhajan Lyrics View All

प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे

New Bhajan Lyrics View All

मैया झण्डे वालिऐ, फुला दिए डालिये,
असी तेरे दर दे हां, फूल दातिए ना जाईये,
ये अंजनी का लाला नाचे, झूम झूम के
ये है बजरंग बाला नाचे, झूम झूम के
आँख खुलते ही,
दर्शन हो जाए तेरा,
दुनिया में है शोर देखो मईया जी के धाम
मईया जी के धाम का देखो मईया जी के धाम
दाता जी तहानु तक तक के जीवा,
तक तक के जीवा प्रभु जी तहानु तक तक के