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भोले छोड़ दुनिया दर तेरे आया हु मै,
तुझसे जो दूर था बेचैन था घर लौट आया हु मै,

भोले छोड़ दुनिया दर तेरे आया हु मै,
तुझसे जो दूर था बेचैन था घर लौट आया हु मै,
ये आसमा है नीला नीला धुप नरम लगे चुभती नही है,
की बहता पानी मीठा मीठा प्यास दिल की भुज सी गयी है,
की दिल मई उड़ रही है तितलियाँ हुआ है आज बाग़,
मधुर बजे है कोई बंसी हवाए शंखनाद,
भोले की तेरे ये दर सा नज़ारा,
नही है खाई पुरे संसार मे,
जो पोहोचा वो स्तब्ध सा देखता ही रह गया,
कहने लगा दोनों हाथ जोड़ की,
कहा मै आ गया लगे की पा गया...


भोलेनाथ दर तेरे ये स्वर्ग सा लगे,
ओ भोलेनाथ केदारनाथ,
ओ सोमनाथ ओ तुंगनाथ,
ओ मेरे नाथ...
लाखो मीलों चल की आयें दरवाजे झुक के खड़े है,
भोले तेरे चाहने वाले मिलना है जिद पे अड़े,
आखो मे भर की तस्वीर कर लूँ पलकों मे रखूं मैं सजा के,
मन मे ही तेरा मंदिर बना लू दी से मे रखुं लगा की,
दिल मे उड़ रही है तितलियाँ हुआ है आज बाग़,
मधुर बजे है कोई बंसी हवाए शंखनाद,
आया मै जो आया पाया मैने पाया,
दर तेरा भाया मुझे बाबा,
आया मे जो आया पाया मैने पाया,
देखा आँखों से तो आया यकीन आया,
कहते है क्यों देवभूमि धारा को,
स्वर्ग से आती है यहाँ हवा,
जो ये छुती है तन को शीतल मन हो,
लगे तू पास है कोई भी शान हो,
रंग बिरंगी है फूलों की घाटियाँ,
रात सितारों से जगमग हो वादियाँ,
यहाँ पहाड़ो मई रहता हु भोले,
सुंदर नजारों मई रहता तू भोले,
दर तेरा घर तेरा है भाया भोले भोले मेरे भोले,
यहाँ कण कण मई तू समाया भोले भोले मेरे भोले...

भोले छोड़ दुनिया दर तेरे आया हु मै,
तुझसे जो दूर था बेचैन था घर लौट आया हु मै,
ये आसमा है नीला नीला धुप नरम लगे चुभती नही है,
की बहता पानी मीठा मीठा प्यास दिल की भुज सी गयी है,
की दिल मई उड़ रही है तितलियाँ हुआ है आज बाग़,
मधुर बजे है कोई बंसी हवाए शंखनाद,
भोले की तेरे ये दर सा नज़ारा,
नही है खाई पुरे संसार मे,
जो पोहोचा वो स्तब्ध सा देखता ही रह गया,
कहने लगा दोनों हाथ जोड़ की,
कहा मै आ गया लगे की पा गया...




bhole chhod duniya dar tere aaya hu mai,
tujhase jo door tha bechain tha ghar laut aaya hu mai,

bhole chhod duniya dar tere aaya hu mai,
tujhase jo door tha bechain tha ghar laut aaya hu mai,
ye aasama hai neela neela dhup naram lage chubhati nahi hai,
ki bahata paani meetha meetha pyaas dil ki bhuj si gayi hai,
ki dil mi ud rahi hai titaliyaan hua hai aaj baag,
mdhur baje hai koi bansi havaae shankhanaad,
bhole ki tere ye dar sa nazaara,
nahi hai khaai pure sansaar me,
jo pohocha vo stabdh sa dekhata hi rah gaya,
kahane laga donon haath jod ki,
kaha mai a gaya lage ki pa gayaa...


bholenaath dar tere ye svarg sa lage,
o bholenaath kedaaranaath,
o somanaath o tunganaath,
o mere naath...
laakho meelon chal ki aayen daravaaje jhuk ke khade hai,
bhole tere chaahane vaale milana hai jid pe ade,
aakho me bhar ki tasveer kar loon palakon me rkhoon mainsaja ke,
man me hi tera mandir bana loo di se me rkhun laga ki,
dil me ud rahi hai titaliyaan hua hai aaj baag,
mdhur baje hai koi bansi havaae shankhanaad,
aaya mai jo aaya paaya maine paaya,
dar tera bhaaya mujhe baaba,
aaya me jo aaya paaya maine paaya,
dekha aankhon se to aaya yakeen aaya,
kahate hai kyon devbhoomi dhaara ko,
svarg se aati hai yahaan hava,
jo ye chhuti hai tan ko sheetal man ho,
lage too paas hai koi bhi shaan ho,
rang birangi hai phoolon ki ghaatiyaan,
raat sitaaron se jagamag ho vaadiyaan,
yahaan pahaado mi rahata hu bhole,
sundar najaaron mi rahata too bhole,
dar tera ghar tera hai bhaaya bhole bhole mere bhole,
yahaan kan kan mi too samaaya bhole bhole mere bhole...

bhole chhod duniya dar tere aaya hu mai,
tujhase jo door tha bechain tha ghar laut aaya hu mai,
ye aasama hai neela neela dhup naram lage chubhati nahi hai,
ki bahata paani meetha meetha pyaas dil ki bhuj si gayi hai,
ki dil mi ud rahi hai titaliyaan hua hai aaj baag,
mdhur baje hai koi bansi havaae shankhanaad,
bhole ki tere ye dar sa nazaara,
nahi hai khaai pure sansaar me,
jo pohocha vo stabdh sa dekhata hi rah gaya,
kahane laga donon haath jod ki,
kaha mai a gaya lage ki pa gayaa...




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