जगनाथ अनाथन नाथ सदाँ, करुणानिधि आनंदकारी की जै जै

जगनाथ अनाथन नाथ सदाँ, करुणानिधि आनंदकारी की जै जै ।
कलिशूल अघारि अदैत्य सखा, तृय ताप विनाशनहारी की जै जै ॥
द्विज देब अराध्य चराचर के, परमेश्वर हो सुखकारी की जै जै ।
जै जै ‘छबीले’ रँगीले रसीले की, बोलो श्रीबाँकेबिहारी की जै जै ॥