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हरि-नामके प्रभावसे आश्चर्यजनक सफलता

मेरे एक निकटतम सम्बन्धी हैं, जिनके पैरका ऑपरेशन हुए कई साल हो गये थे। इसी बीच उन्हें हृदयकी अस्वस्थताके कारण बाईपास सर्जरीकी कठिन प्रक्रियासे भी गुजरना पड़ा था। उन्हीं सज्जनको जहाँ पैरका ऑपरेशन हुआ था, उस स्थानपर करीब एक माहसे कुछ अधिक ही कष्ट होने लगा। चलते उठते-बैठते-लेटते हर समय दर्दका तेज अनुभव होने लगा । इस दुःख निवारणके लिये मुम्बई जाकर वे उन्हीं डॉक्टरसे मिले। जाँचके उपरान्त डॉक्टर साहबने ऑपरेशनकी सलाह दी। डॉक्टर साहबके इस कथनसे सम्पूर्ण परिवारजनोंमें विकलता व्याप्त हो गयी; क्योंकि यह जोखिमभरा काम था । इस नाजुक स्थितिको देख-समझकर सब परिवारजन व्याकुल थे। क्या करें, क्या न करें ? बड़ी ऊहापोहकी स्थिति हो गयी थी। अब केवल 'हरिनाम' का ही सहारा रह गया था। जिन सज्जनका ऑपरेशन होना था, वे स्वयं 'सुन्दरकाण्ड' का पाठ करने लगे, उनकी पत्नी बड़ी श्रद्धासे 'हनुमानचालीसा' पढ़ने लगीं। अन्य लोग भी 'हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे' इस महामन्त्रका मन ही मन जप करने लगे। बड़ी लगन और श्रद्धासे दिन बीतने लगे। ऑपरेशनकी जो तारीख थी, वह निकट आ रही थी। सभी परिवारजन चाह रहे थे कि ऑपरेशन न हो, वैसे ही दर्द चला जाय। इसी उद्देश्यसे ‘महामृत्युंजय मन्त्र का जप भी करवाया गया। कुछ दिन ऐसे ही जप-प्रार्थनामें बीते । एकाएक ईश्वरीय कृपाकी अनुभूति प्राप्त हो ही गयी। सबकी आँखोंमें श्रद्धासे जल भर आया। ऑपरेशनकी तारीखतक उन सज्जनको चलनेमें पीड़ाका अनुभव होता था, पर ऑपरेशनके दिनसे ठीक एक दिन पहले वह पीड़ा कम होने लगी और जिस दिन ऑपरेशन होना था, उस दिन तो नाममात्र भी पीड़ाका आभास नहीं हुआ। चलने-फिरने, बैठने-उठनेमें भी सामान्य-जैसी स्थिति हो गयी। पीड़ा समाप्त हो गयी -दर्द जाता रहा। जब डॉक्टर से सलाह ली गयी तो उन्होंने बताया कि जब । पीड़ा ही अनुभव नहीं हो रही है तो ऑपरेशनकी । कोई आवश्यकता नहीं। सभी परिवारजन ईश्वरकी कृपाके आगे नतमस्तक हो गये। वास्तवमें यह 'हरे • राम० 'महामन्त्र पीड़ाको हरनेवाला है। 'सुन्दरकाण्ड' जीवनको सुन्दर, मनोहर रूप देनेवाला है तथा • 'हनुमानचालीसा' बल-शक्ति प्रदान करता है। इनके संगमसे जीवन स्वस्थ बन जाता। ये तीनों साधन ईश्वरकी अपार कृपाका ही फल हैं।

[ एक भगवत्प्रेमी ]



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hari-naamake prabhaavase aashcharyajanak saphalataa

mere ek nikatatam sambandhee hain, jinake pairaka ऑpareshan hue kaee saal ho gaye the. isee beech unhen hridayakee asvasthataake kaaran baaeepaas sarjareekee kathin prakriyaase bhee gujarana pada़a thaa. unheen sajjanako jahaan pairaka ऑpareshan hua tha, us sthaanapar kareeb ek maahase kuchh adhik hee kasht hone lagaa. chalate uthate-baithate-letate har samay dardaka tej anubhav hone laga . is duhkh nivaaranake liye mumbaee jaakar ve unheen daॉktarase mile. jaanchake uparaant daॉktar saahabane ऑpareshanakee salaah dee. daॉktar saahabake is kathanase sampoorn parivaarajanonmen vikalata vyaapt ho gayee; kyonki yah jokhimabhara kaam tha . is naajuk sthitiko dekha-samajhakar sab parivaarajan vyaakul the. kya karen, kya n karen ? bada़ee oohaapohakee sthiti ho gayee thee. ab keval 'harinaama' ka hee sahaara rah gaya thaa. jin sajjanaka ऑpareshan hona tha, ve svayan 'sundarakaanda' ka paath karane lage, unakee patnee bada़ee shraddhaase 'hanumaanachaaleesaa' padha़ne lageen. any log bhee 'hare raam hare raam raam raam hare hare. hare krishn hare krishn krishn krishn hare hare' is mahaamantraka man hee man jap karane lage. bada़ee lagan aur shraddhaase din beetane lage. ऑpareshanakee jo taareekh thee, vah nikat a rahee thee. sabhee parivaarajan chaah rahe the ki ऑpareshan n ho, vaise hee dard chala jaaya. isee uddeshyase ‘mahaamrityunjay mantr ka jap bhee karavaaya gayaa. kuchh din aise hee japa-praarthanaamen beete . ekaaek eeshvareey kripaakee anubhooti praapt ho hee gayee. sabakee aankhonmen shraddhaase jal bhar aayaa. ऑpareshanakee taareekhatak un sajjanako chalanemen peeda़aaka anubhav hota tha, par ऑpareshanake dinase theek ek din pahale vah peeda़a kam hone lagee aur jis din ऑpareshan hona tha, us din to naamamaatr bhee peeda़aaka aabhaas naheen huaa. chalane-phirane, baithane-uthanemen bhee saamaanya-jaisee sthiti ho gayee. peeda़a samaapt ho gayee -dard jaata rahaa. jab daॉktar se salaah lee gayee to unhonne bataaya ki jab . peeda़a hee anubhav naheen ho rahee hai to ऑpareshanakee . koee aavashyakata naheen. sabhee parivaarajan eeshvarakee kripaake aage natamastak ho gaye. vaastavamen yah 'hare • raama0 'mahaamantr peeda़aako haranevaala hai. 'sundarakaanda' jeevanako sundar, manohar roop denevaala hai tatha • 'hanumaanachaaleesaa' bala-shakti pradaan karata hai. inake sangamase jeevan svasth ban jaataa. ye teenon saadhan eeshvarakee apaar kripaaka hee phal hain.

[ ek bhagavatpremee ]

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