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बांधो बांधो रे रस्सी से नंदकिशोर,
यशोदा मैया डांट रही,

बांधो बांधो रे रस्सी से नंदकिशोर,
यशोदा मैया डांट रही,
कोई देखा नहीं तेरे जैसा चोर,
यशोदा मैया डांट रही॥


रोजरोज गुजरी के घर में जाकर उदम मचावे,
माखन से घर भरा पड़ा है क्यों चोरी कर खाबे,
लागा लागा रे स्वाद कछु और यशोदा मैया डांट रही...

बारबार समझा के हारी बात समझ नहीं आई,
बोल कन्हैया साची साची वरना करूं पिटाई,
तेरी बातों का नहीं है कोई तोड़ यशोदा मैया डांट रही...

मां की बातें सुन कान्हा ने आंसू तो छलकाया,
चले जोर मेरे पै तेरा जाने मुझे पराया,
तेरा सखियों पर चले ना कोई जोर यशोदा मैया डांट रही...

समसम का रस अंखियों का ताना मेरा जी घबराया,
आंसू देख हरि के नैनों में मेरा जी भर आया,
सखियों बांधो रे प्रेम की डोर यशोदा मैया डांट रही...

बांधो बांधो रे रस्सी से नंदकिशोर,
यशोदा मैया डांट रही,
कोई देखा नहीं तेरे जैसा चोर,
यशोदा मैया डांट रही॥




baandho baandho re rassi se nandakishor,
yashod maiya daant rahi,

baandho baandho re rassi se nandakishor,
yashod maiya daant rahi,
koi dekha nahi tere jaisa chor,
yashod maiya daant rahi..


rojaroj gujari ke ghar me jaakar udam mchaave,
maakhan se ghar bhara pada hai kyon chori kar khaabe,
laaga laaga re svaad kchhu aur yashod maiya daant rahi...

baarabaar samjha ke haari baat samjh nahi aai,
bol kanhaiya saachi saachi varana karoon pitaai,
teri baaton ka nahi hai koi tod yashod maiya daant rahi...

maan ki baaten sun kaanha ne aansoo to chhalakaaya,
chale jor mere pai tera jaane mujhe paraaya,
tera skhiyon par chale na koi jor yashod maiya daant rahi...

samasam ka ras ankhiyon ka taana mera ji ghabaraaya,
aansoo dekh hari ke nainon me mera ji bhar aaya,
skhiyon baandho re prem ki dor yashod maiya daant rahi...

baandho baandho re rassi se nandakishor,
yashod maiya daant rahi,
koi dekha nahi tere jaisa chor,
yashod maiya daant rahi..




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