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कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा,
तुझपे कोई संकट आये सबसे पहले खड़ा होगा...

कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा,
तुझपे कोई संकट आये सबसे पहले खड़ा होगा...


श्याम भरोसे तू चलता जा मंज़िल तक ले जाएगा,
राह में कोई विपदा आई खुद उसको निपटाएगा,
बीच भंवर में फंसी जो नैया खुद ही किनारे लगा देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा...

जो भी अपने सब मतलब के देख के नज़र चुराते है,
जब से मेरे दिन बदले हैं खुद घर अपने बुलाते हैं,
कर ले भरोसा इसकी कृपा पे क्या से क्या ये बना देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा...

हे माधव तुम इतने दयालु आज मुझे महसूस हुआ,
बाल ना बांका हुआ उदित का जबसे तेरा हास हुआ,
हो जा दीवाना श्याम धणी का सारी दुनिया घुमा देगा,
कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा...

कर भरोसा सांवरिये पर आंच नहीं आने देगा,
तुझपे कोई संकट आये सबसे पहले खड़ा होगा...




kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane dega,
tujhape koi sankat aaye sabase pahale khada hogaa...

kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane dega,
tujhape koi sankat aaye sabase pahale khada hogaa...


shyaam bharose too chalata ja manzil tak le jaaega,
raah me koi vipada aai khud usako nipataaega,
beech bhanvar me phansi jo naiya khud hi kinaare laga dega,
kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane degaa...

jo bhi apane sab matalab ke dekh ke nazar churaate hai,
jab se mere din badale hain khud ghar apane bulaate hain,
kar le bharosa isaki kripa pe kya se kya ye bana dega,
kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane degaa...

he maadhav tum itane dayaalu aaj mujhe mahasoos hua,
baal na baanka hua udit ka jabase tera haas hua,
ho ja deevaana shyaam dhani ka saari duniya ghuma dega,
kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane degaa...

kar bharosa saanvariye par aanch nahi aane dega,
tujhape koi sankat aaye sabase pahale khada hogaa...




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