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अब के बरस मोरे गाँव में बप्पा गुजरी सूत गणराज,
देवा होके सवार मूसा आओ महाराज...

अब के बरस मोरे गाँव में बप्पा गुजरी सूत गणराज,
देवा होके सवार मूसा आओ महाराज...


गलियन में फूल बिछाओ पालक पावड़े राह में,
वंदन बारे द्वार सजाऊँ चौक पुराऊँ चाह में,
कैसे मनाऊं तुमको शिव जी के लाडले,
सुनकर के मेरी बिनती बाहों को तू थाम ले,
व्याकुल अँखियाँ राह निहारे दिवान के सरताज,
देवा होके सवार मूसा आओ महाराज...

रिद्धि सिद्धि दोनों हैं देवा सेवा में आपकी,
जिस पर कृपा हो प्रभु जी चिंता फिर किस बात की,
दोनों हाथों को जोड़ कर सर को झुकाऊँगी,
चरणों की धुल अपने माथे से लगाउंगी,
बीच बहवर में फांसी है नैया आन बचाओ लाज,
देवा होके सवार मूसा आओ महाराज...

अब के बरस मोरे गाँव में बप्पा गुजरी सूत गणराज,
देवा होके सवार मूसा आओ महाराज...




ab ke baras more gaanv me bappa gujari soot ganaraaj,
deva hoke savaar moosa aao mahaaraaj...

ab ke baras more gaanv me bappa gujari soot ganaraaj,
deva hoke savaar moosa aao mahaaraaj...


galiyan me phool bichhaao paalak paavade raah me,
vandan baare dvaar sajaaoon chauk puraaoon chaah me,
kaise manaaoon tumako shiv ji ke laadale,
sunakar ke meri binati baahon ko too thaam le,
vyaakul ankhiyaan raah nihaare divaan ke sarataaj,
deva hoke savaar moosa aao mahaaraaj...

riddhi siddhi donon hain deva seva me aapaki,
jis par kripa ho prbhu ji chinta phir kis baat ki,
donon haathon ko jod kar sar ko jhukaaoongi,
charanon ki dhul apane maathe se lagaaungi,
beech bahavar me phaansi hai naiya aan bchaao laaj,
deva hoke savaar moosa aao mahaaraaj...

ab ke baras more gaanv me bappa gujari soot ganaraaj,
deva hoke savaar moosa aao mahaaraaj...




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