⮪ All Stories / कथा / कहानियाँ

सबमें आत्मभाव  [Spiritual Story]
Hindi Story - छोटी सी कहानी (Spiritual Story)

हुगलीके सरकारी वकील स्वर्गीय शशिभूषण वन्द्योपाध्याय एक दिन वैशाखके महीनेमें दोपहरकी कड़कती लूमें एक किरायेकी गाड़ीमें बैठकर एक प्रतिष्ठित व्यक्तिके घर पहुँचे। वे एक आवश्यक कार्यसे आये थे। उनका वहाँ स्वागत हुआ। फिर उस व्यक्तिने पूछा - 'इस भयंकर दोपहरीमें आपने आनेका कष्ट क्यों किया? आप किसी नौकरके हाथ पत्र भेज देते तो भीयह काम हो जाता।'

श्रीशशिभूषणजीने कहा – 'मैंने पहले नौकरको ही भेजनेका विचार किया था और पत्र भी लिखा था; किंतु बाहरकी प्रचण्ड गरमी तथा लू देखकर मैं किसी भी नौकरको भेजने का साहस नहीं कर सका। मैं तो गाड़ी में आया हूँ, उस बेचारेको तो पैदल आना पड़ता। उसमें भी तो वही आत्मा है, जो मुझमें है।' -सु0 सिं0



You may also like these:

हिन्दी कथा गुरुप्राप्ति
हिन्दी कथा सद्व्यवहार
हिन्दी कथा जरूरतमन्दकी मदद


sabamen aatmabhaava

hugaleeke sarakaaree vakeel svargeey shashibhooshan vandyopaadhyaay ek din vaishaakhake maheenemen dopaharakee kada़katee loomen ek kiraayekee gaada़eemen baithakar ek pratishthit vyaktike ghar pahunche. ve ek aavashyak kaaryase aaye the. unaka vahaan svaagat huaa. phir us vyaktine poochha - 'is bhayankar dopahareemen aapane aaneka kasht kyon kiyaa? aap kisee naukarake haath patr bhej dete to bheeyah kaam ho jaataa.'

shreeshashibhooshanajeene kaha – 'mainne pahale naukarako hee bhejaneka vichaar kiya tha aur patr bhee likha thaa; kintu baaharakee prachand garamee tatha loo dekhakar main kisee bhee naukarako bhejane ka saahas naheen kar sakaa. main to gaada़ee men aaya hoon, us bechaareko to paidal aana pada़taa. usamen bhee to vahee aatma hai, jo mujhamen hai.' -su0 sin0

389 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCONWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For GodKey Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
बोल कान्हा बोल गलत काम कैसे हो गया,
बिना शादी के तू राधे श्याम कैसे हो गया
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥

New Bhajan Lyrics View All

साई है मेरे बाबा है,
साई है भगवान की ज्योति,
सुनले सांवरें अर्ज़ी, सुनले सांवरें
कबुल कर ना कर, आगे तेरी मर्ज़ी ,
जब जब भी पुकारू माँ तुम दौड़ी चली आना,
पल भी ना रुकना माँ मेरा मान बड़ा जाना...
चौक पुराओ माटी रँगाओ,
आज मेरे प्रभु घर आएंगे
अरे नारी है गुण की खान कोई जानन वारो
कोई जानन वारो जाने, कोई मानन वारो जाने,