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बजरंग राम जी को,
संदेश यही कहना,

बजरंग राम जी को,
संदेश यही कहना,
मुझे राम के बिना नहीं जीना,
अपनी करनी की करनी से,
पर घर में आकर के बैठी,
पिया वचन मोह बस भूली,
छलकर लाया रावण कपटी,
लक्ष्मण रेखा कभी ना लाँघो,
अपने हाथ जहर नहीं पीना,
राम के बिना नहीं जीना,
बजरंग राम जी को,
संदेश यही कहना,
मुझे राम के बिना नहीं जीना,
छल बल से नारी हरे तो,
खुद ही खुद का नाशी,
मेरी पीड़ वो ही हरेंगे,
वो है घट घट वासी,
माँ अहिल्या की पीड़ हरी ना,
राम के बिना नहीं जीना,
बजरंग राम जी को,
संदेश यही कहना,
मुझे राम के बिना नहीं जीना,
जाओ हनुमत देर करो ना,
पल बीते युग के जैसे,
छली प्रपंची दानव आकर,
चन्द्रहास को खींचें,
रामानंदी सियाराम चरण में,
राम रसायन पीना,
बजरंग राम जी को,
संदेश यही कहना,
मुझे राम के बिना नहीं जीना,



bajarang ram ji ko,
sandesh yahi kahana,
mujhe ram ke bina nahi jeena,
apani karani ki

bajarang ram ji ko,
sandesh yahi kahana,
mujhe ram ke bina nahi jeena,
apani karani ki karani se,
par ghar me aakar ke baithi,
piya vchan moh bas bhooli,
chhalakar laaya raavan kapati,
lakshman rekha kbhi na laangho,
apane haath jahar nahi peena,
ram ke bina nahi jeena,
bajarang ram ji ko,
sandesh yahi kahana,
mujhe ram ke bina nahi jeena,
chhal bal se naari hare to,
khud hi khud ka naashi,
meri peed vo hi harenge,
vo hai ghat ghat vaasi,
ma ahilya ki peed hari na,
ram ke bina nahi jeena,
bajarang ram ji ko,
sandesh yahi kahana,
mujhe ram ke bina nahi jeena,
jaao hanumat der karo na,
pal beete yug ke jaise,
chhali prapanchi daanav aakar,
chandrahaas ko kheenchen,
ramaanandi siyaaram charan me,
ram rasaayan peena,
bajarang ram ji ko,
sandesh yahi kahana,
mujhe ram ke bina nahi jeena,



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