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मुखड़ा देख ले, देख ले
मुखड़ा देख ले प्रानी ज़रा दरपन में हो

मुखड़ा देख ले, देख ले
मुखड़ा देख ले प्रानी ज़रा दरपन में हो
देख ले कितना पुण्य है कितना पाप तेरे जीवन में
देख ले दरपन में...

कभी तो पल भर सोच ले प्रानी, क्या है तेरी करम कहानी
पता लगा ले
पता लगा ले पड़े हैं कितने दाग़ तेरे दामन में
देख ले दरपन में
मुखड़ा देख ले प्रानी ज़रा दरपन में

ख़ुद को धोखा दे मत बन्दे, अच्छे न होते कपट के धन्धे
सदा न चलता
सदा न चलता किसी का नाटक दुनिया के आँगन में
देख ले दरपन में
मुखड़ा देख ले प्रानी ज़रा दरपन में हो
देख ले कितना पुण्य है कितना पाप तेरे जीवन में
देख ले दरपन में
मुखड़ा देख ले प्रानी

फिल्म - दो बहनें
स्वर - कवि प्रदीप
गीतकार - कवि प्रदीप



mukhda dekh le prani jara darpan me with Hindi lyrics by Kavi Pradeep

mukhada dekh le, dekh le
mukhada dekh le praani zara darapan me ho
dekh le kitana puny hai kitana paap tere jeevan me
dekh le darapan me...


kbhi to pal bhar soch le praani, kya hai teri karam kahaanee
pata laga le
pata laga le pade hain kitane daag tere daaman me
dekh le darapan me
mukhada dekh le praani zara darapan me

kahud ko dhokha de mat bande, achchhe n hote kapat ke dhandhe
sada n chalataa
sada n chalata kisi ka naatak duniya ke aangan me
dekh le darapan me
mukhada dekh le praani zara darapan me ho
dekh le kitana puny hai kitana paap tere jeevan me
dekh le darapan me
mukhada dekh le praanee

mukhada dekh le, dekh le
mukhada dekh le praani zara darapan me ho
dekh le kitana puny hai kitana paap tere jeevan me
dekh le darapan me...




mukhda dekh le prani jara darpan me with Hindi lyrics by Kavi Pradeep Lyrics

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