⮪ All भक्त चरित्र

भक्त श्रीडाह्याभाई की मार्मिक कथा
भक्त श्रीडाह्याभाई की अधबुत कहानी - Full Story of भक्त श्रीडाह्याभाई (हिन्दी)

[भक्त चरित्र -भक्त कथा/कहानी - Full Story] [भक्त श्रीडाह्याभाई]- भक्तमाल


श्रीडाह्याभाईका जन्म काठियावाड़के थान नामक गाँवमें श्रीमाली ब्राह्मण श्रीदेवरामजी दवेके घरमें हुआ था। बचपनमें ही पिताका स्वर्गवास हो गया था। माताने उनको पढ़ाया-लिखाया और पाल-पोसकर बड़ा किया। बचपनमें मातासे उनको उपदेश मिला था। माने उनको बतलाया कि 'भगवान् बड़े दयालु हैं, उनपर विश्वास रखो, वही सारे जगत्का पालन-पोषण करते हैं।' लड़कपनसे ही उनका मन भगवान्‌की ओर खिंच गया था।उन्होंने मैट्रिकतक विद्याभ्यास किया और फिर जाफराबादमें कुछ दिन शिक्षकके रूपमें काम किया। पर उनका मन दीनप्रतिपालक भगवान्‌के भजनमें लगा रहता था। इसलिये उन्होंने वह काम छोड़ दिया और थानमें ही गाँवसे बाहर पर्णकुटी बनाकर वहीं वे साधन-भजन करने लगे। प्रतिदिन शामको कथा - वार्ता होती और बहुतेरे लोग उससे लाभ उठाते।

हरिनामकीर्तनके आप अत्यन्त ही प्रेमी थे और जबकीर्तन खूब जमता था, तब वे भावावेशमें आ जाते थे। उस समय बहुधा उनकी नाड़ी भी बंद हो जाती थी। भावावेशमेंसे जाग्रत् अवस्थामें आनेके बाद वे बहुत देरतक रोते रहते थे।

उन्होंने बहुत-से प्रेम-भक्तिसे पूर्ण भजन बनाये हैं, जो सं0 1992 में 'आनन्दसिन्धु' नामकी पुस्तकमें छपे हैं। गोरखपुरके अखण्ड सांवत्सरिक-संकीर्तनमें अन्तिम दो महीने श्रीडाह्याभाई भी सम्मिलित हुए थे। वहाँसे घर लौटनेके बाद तो उनका जीवन एकदम बदल गया था और उनका अधिक समय जप ध्यान और भजनमें ही बीतने लगा था।'कल्याण' में सवा लाख ‘'मानस-पारायण' की सूचना निकली, तब उनकी भी 108 पाठ पूरा करनेकी इच्छा हुई। पर 68 पाठ करनेके बाद वह काम बंद हो गया। अन्तमें वे छः महीने व्रजमें जाकर रहे। अन्तिम अवस्थामें उनको जूड़ीकी बीमारी हुई, पर उन्होंने दवा लेनेसे बिलकुल इनकार कर दिया और अखण्ड नाम जप करते रहे। अन्तिम अवस्थामें उन्होंने भगवान्से प्रार्थना करते हुए कहा- 'हे श्रीकृष्ण ! अब मुझको अपनी शरणमें ले लो।' प्रार्थना करनेके बाद श्रीकृष्ण श्रीकृष्ण कहते-कहते गोलोकवासी हो गये।



You may also like these:



bhakt shreedaahyaabhaaee ki marmik katha
bhakt shreedaahyaabhaaee ki adhbut kahani - Full Story of bhakt shreedaahyaabhaaee (hindi)

[Bhakt Charitra - Bhakt Katha/Kahani - Full Story] [bhakt shreedaahyaabhaaee]- Bhaktmaal


shreedaahyaabhaaeeka janm kaathiyaavaada़ke thaan naamak gaanvamen shreemaalee braahman shreedevaraamajee daveke gharamen hua thaa. bachapanamen hee pitaaka svargavaas ho gaya thaa. maataane unako padha़aayaa-likhaaya aur paala-posakar bada़a kiyaa. bachapanamen maataase unako upadesh mila thaa. maane unako batalaaya ki 'bhagavaan bada़e dayaalu hain, unapar vishvaas rakho, vahee saare jagatka paalana-poshan karate hain.' lada़kapanase hee unaka man bhagavaan‌kee or khinch gaya thaa.unhonne maitrikatak vidyaabhyaas kiya aur phir jaapharaabaadamen kuchh din shikshakake roopamen kaam kiyaa. par unaka man deenapratipaalak bhagavaan‌ke bhajanamen laga rahata thaa. isaliye unhonne vah kaam chhoda़ diya aur thaanamen hee gaanvase baahar parnakutee banaakar vaheen ve saadhana-bhajan karane lage. pratidin shaamako katha - vaarta hotee aur bahutere log usase laabh uthaate.

harinaamakeertanake aap atyant hee premee the aur jabakeertan khoob jamata tha, tab ve bhaavaaveshamen a jaate the. us samay bahudha unakee naada़ee bhee band ho jaatee thee. bhaavaaveshamense jaagrat avasthaamen aaneke baad ve bahut deratak rote rahate the.

unhonne bahuta-se prema-bhaktise poorn bhajan banaaye hain, jo san0 1992 men 'aanandasindhu' naamakee pustakamen chhape hain. gorakhapurake akhand saanvatsarika-sankeertanamen antim do maheene shreedaahyaabhaaee bhee sammilit hue the. vahaanse ghar lautaneke baad to unaka jeevan ekadam badal gaya tha aur unaka adhik samay jap dhyaan aur bhajanamen hee beetane laga thaa.'kalyaana' men sava laakh ‘'maanasa-paaraayana' kee soochana nikalee, tab unakee bhee 108 paath poora karanekee ichchha huee. par 68 paath karaneke baad vah kaam band ho gayaa. antamen ve chhah maheene vrajamen jaakar rahe. antim avasthaamen unako jooda़eekee beemaaree huee, par unhonne dava lenese bilakul inakaar kar diya aur akhand naam jap karate rahe. antim avasthaamen unhonne bhagavaanse praarthana karate hue kahaa- 'he shreekrishn ! ab mujhako apanee sharanamen le lo.' praarthana karaneke baad shreekrishn shreekrishn kahate-kahate golokavaasee ho gaye.

174 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti84 Beautiful Names Of Lord Shri Krishna (with Meaning) – Reading Them Fills The Heart With Love9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav DevoteeThe Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON



Bhajan Lyrics View All

सारी दुनियां है दीवानी, राधा रानी आप
कौन है, जिस पर नहीं है, मेहरबानी आप की
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार

New Bhajan Lyrics View All

तेरी आरती माँ शेरावाली,
गावे संगत सारी,
आओ आओ बाला जी,
घर आओ बाला जी,
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे,
हनुमान दया करो मेरे॥
मेरे दिल की पतंग में श्याम की डोर तू
कहीं और ना उड़ जाए इसे खाटू धाम उड़ाई
सांवरिया आ जाता है,
तुम दिल से पुकारो तो,