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बोली हनुमान से यू जनक नंदिनी,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...

बोली हनुमान से यू जनक नंदिनी,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...


तुम असुर बल के स्वामी महावीर हो,
तुम परम भक्त सबके महावीर हो,
गोरी काली मिले या मिले सांवली,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...

मेरे मन में लगन है सियाराम की,
बड़ी किस्मत से सेवा मिली आपकी,
कोई गलती हुई है क्या माता मेरी,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...

हर असंभव को संभव किया आपने,
राम प्रभु को सहारा दिया आपने,
गर्व रावण को था तब तो लंका जली,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...

नाम कलयुग में सबने जपा है तेरा,
हर तीर्थ पर डंका बजा है तेरा,
हर घर घर में ज्योति जलाई तेरी,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...

बोली हनुमान से यू जनक नंदिनी,
तुम रचा लो विवाह अपना बजरंगबली...




boli hanuman se yoo janak nandini,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...

boli hanuman se yoo janak nandini,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...


tum asur bal ke svaami mahaaveer ho,
tum param bhakt sabake mahaaveer ho,
gori kaali mile ya mile saanvali,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...

mere man me lagan hai siyaaram ki,
badi kismat se seva mili aapaki,
koi galati hui hai kya maata meri,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...

har asanbhav ko sanbhav kiya aapane,
ram prbhu ko sahaara diya aapane,
garv raavan ko tha tab to lanka jali,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...

naam kalayug me sabane japa hai tera,
har teerth par danka baja hai tera,
har ghar ghar me jyoti jalaai teri,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...

boli hanuman se yoo janak nandini,
tum rcha lo vivaah apana bajarangabali...




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