Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

बैठे हैं आप ऐसे सुनता नहीं हो जैसे,
नैया हमारी मोहन उतरेगी पार कैसे,

बैठे हैं आप ऐसे सुनता नहीं हो जैसे,
नैया हमारी मोहन उतरेगी पार कैसे,
तुझे क्या पता नहीं है मंझधार में पड़ी है,
आजा मेरे कन्हैया बिन मांझी के सहारे डूबेगी मेरी नैया,
आजा आजा श्याम बाबा, आजा आजा श्याम बाबा...


म्हणत से हमने अपनी नैया थी एक बनाई,
लेकिन भवर में मोहन कोशिश ना काम आई,
हारे हैं हम तो जब भी तुफानो से लाडे हैं,
आजा मेरे कन्हैया...

पतवार खेते खेते आखिर मैं थक गया हूँ,
शायद तू आता होगा कुछ देर रुक गया हूँ,
बनवारी बेबसी में चुपचाप हम खड़े हैं,
आजा मेरे कन्हैया...

बैठे हैं आप ऐसे सुनता नहीं हो जैसे,
नैया हमारी मोहन उतरेगी पार कैसे,
तुझे क्या पता नहीं है मंझधार में पड़ी है,
आजा मेरे कन्हैया बिन मांझी के सहारे डूबेगी मेरी नैया,
आजा आजा श्याम बाबा, आजा आजा श्याम बाबा...




baithe hain aap aise sunata nahi ho jaise,
naiya hamaari mohan utaregi paar kaise,

baithe hain aap aise sunata nahi ho jaise,
naiya hamaari mohan utaregi paar kaise,
tujhe kya pata nahi hai manjhdhaar me padi hai,
aaja mere kanhaiya bin maanjhi ke sahaare doobegi meri naiya,
aaja aaja shyaam baaba, aaja aaja shyaam baabaa...


mhanat se hamane apani naiya thi ek banaai,
lekin bhavar me mohan koshish na kaam aai,
haare hain ham to jab bhi tuphaano se laade hain,
aaja mere kanhaiyaa...

patavaar khete khete aakhir mainthak gaya hoon,
shaayad too aata hoga kuchh der ruk gaya hoon,
banavaari bebasi me chupchaap ham khade hain,
aaja mere kanhaiyaa...

baithe hain aap aise sunata nahi ho jaise,
naiya hamaari mohan utaregi paar kaise,
tujhe kya pata nahi hai manjhdhaar me padi hai,
aaja mere kanhaiya bin maanjhi ke sahaare doobegi meri naiya,
aaja aaja shyaam baaba, aaja aaja shyaam baabaa...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome Pain8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?11 Tips For Enhancing Devotional Service For Busy People9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee



Bhajan Lyrics View All

तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
जीवन खतम हुआ तो जीने का ढंग आया
जब शमा बुझ गयी तो महफ़िल में रंग आया
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की

New Bhajan Lyrics View All

गणपति मेरे गणपति जग के पालनहार तुम,
विश्व के रचिता तुम्हीं हो गौरा जी के
वर दे वर दे वर दे,  
विना वादनी वर दे...
सब दे दिलां दिया जाने मात मेरी,
सब दे दिलां दिया जाने,
श्यामा वे बंसी वालिया मैं तेरे बिन ना
श्यामा वे कुण्डलां वालिया मैं तेरे
वृन्दावन में रस की धार,
सखी री बरस रही,