Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

ਬਾਰੀ ਬਰਸੀ ਖਟਨ ਗਿਆ ਸੀ, ਖਟ ਕੇ ਲਿਆਂਦਾ ਧੇਲਾ
ਚੇਤ ਮਹੀਨੇ ਲਗਿਆ ਹੈ ਬਾਬੇ ਦੇ ਦਰ ਤੇ ਮੇਲਾ

ਬਾਰੀ ਬਰਸੀ ਖਟਨ ਗਿਆ ਸੀ, ਖਟ ਕੇ ਲਿਆਂਦਾ ਧੇਲਾ
ਚੇਤ ਮਹੀਨੇ ਲਗਿਆ ਹੈ ਬਾਬੇ ਦੇ ਦਰ ਤੇ ਮੇਲਾ
ਬੱਲੇ ਬੱਲੇ ਹੋ ਗਈ ਏ, ਕੇ ਬੈਜਾ ਬੈਜਾ ਹੋ ਗਈ ਏ

ਸੰਗ ਸ਼ਾਹਤਲਾਈਆ ਜਾਂਦੇ ਤੇ ਉਚੀ ਜੈਕਾਰੇ ਲਾਂਦੇ
ਜਦ ਡਗਾ ਢੋਲ ਤੇ ਵਜਦਾ ਤੇ ਰਲਮਿਲ ਭੰਗੜੇ ਪਾਉਂਦੇ
ਭਗਤਾਂ ਨੇ ਬਾਬਾ ਜੀ ਦੇ ਦਰ ਮਲ ਲਏ,
ਮਾਲ ਲਏ ਦਰ ਮਲ ਲਏ ਮਲ ਲਏ

ਬਾਰੀ ਬਰਸੀ ਖਟਨ ਗਿਆ ਸੀ, ਖਟ ਕੇ ਲਿਆਂਦੇ ਛੈਣੇ
ਬਾਬੇ ਪਰਉਪਕਾਰ ਜੋ ਕੀਤੇ ਕੇਆ ਬਾਤਾਂ ਕੇਆ ਕਹਨੇ
ਬੱਲੇ ਬੱਲੇ ਹੋ ਗਈ ਏ, ਕੇ ਬੈਜਾ ਬੈਜਾ ਹੋ ਗਈ ਏ


ਕਈ ਕੈਂਦੇ ਦੁਧਾਧਾਰੀ ਕਈ ਆਖਣ ਪੌਣਾਹਾਰੀ
ਗਾ ਔਨ੍ਸਰ ਦਾ ਦੁੱਦ ਚੋ ਕੇ ਲਾਵੇ ਮੋਰ ਜੇ ਜਦੋ ਉਡਾਰੀ
ਮਨ ਗਏ ਬਾਬਾ ਜੀ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਨੂੰ,
ਮਨ ਗਏ ਸ਼ਕਤੀ ਨੂੰ ਮਨ ਗਏ

ਜੋਸ਼ੀਲੇ ਭਗਤ ਨੇ ਰੋਟ ਚੜਾਉਂਦੇ ਪੂਰੀਆ ਰੀਜਾ ਲਾਕੇ
ਹੁੰਦੀਆ ਪੂਰਿਆ ਆਸਾਂ ਨੇ ਜਦ ਚਲ ਕੇ ਜਾਣ ਚੜਾ ਕੇ



bbari barsi khatan geya si

,

,



,


,

,




,





A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCONWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee8 Yardsticks To Evaluate If My Bhakti Is Increasing?



Bhajan Lyrics View All

तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...

New Bhajan Lyrics View All

जदो लगदे पहाड़ा च जैकारे माता रानी खुश
भंगड़े पौंदे ने भगत प्यारे माता रानी
प्याार में तेरे, सांवरिया,
मैने ये जमाना छोड़ दिया,
ऊंची अटारी वाली किशोरी हम पर कृपा करो
हे वृषभान दुलारी किशोरी हम पर कृपा करो
कितनी कशिश हैं तुझमें बिहारी,
मेरा मन मोह गई सूरत तिहारी,
बेटी इतना धरियो ध्यान इस जग में नाम
इस जग में नाम कमइयो सासुल की बात सुन