Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

हर ग्यारस की रात को बाबा को बुलाएँगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...

हर ग्यारस की रात को बाबा को बुलाएँगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...


बाबा तेरे स्वागत में पलके भी बिछाई हैं,
घर के हर कोने में कलियाँ भी सजाई हैं,
तेरे चरणों में बाबा हम सर को झुकायेंगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...

चन्दन की चौकी पर तेरा आसन सजाया है,
तेरी सांवली सूरत को नैनो में बसाया है,
तेरे नाम के बाबा जी जयकारे लगाएंगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...

लिख लिख कर नरेश भजन प्रेमियों को सुनाएगा,
मस्त में झूम झूम कर बाबा भी गायेगा,
तेरी ज्योत जागकर हम हर पल निहारेंगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...

हर ग्यारस की रात को बाबा को बुलाएँगे,
बाबा को बुलाएँगे ह्रदय में बसायेंगे...




har gyaaras ki raat ko baaba ko bulaaenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...

har gyaaras ki raat ko baaba ko bulaaenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...


baaba tere svaagat me palake bhi bichhaai hain,
ghar ke har kone me kaliyaan bhi sajaai hain,
tere charanon me baaba ham sar ko jhukaayenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...

chandan ki chauki par tera aasan sajaaya hai,
teri saanvali soorat ko naino me basaaya hai,
tere naam ke baaba ji jayakaare lagaaenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...

likh likh kar naresh bhajan premiyon ko sunaaega,
mast me jhoom jhoom kar baaba bhi gaayega,
teri jyot jaagakar ham har pal nihaarenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...

har gyaaras ki raat ko baaba ko bulaaenge,
baaba ko bulaaenge haraday me basaayenge...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?Why Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome Pain



Bhajan Lyrics View All

तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की

New Bhajan Lyrics View All

मेरे बनवारी,
तेरे रंग में रंगाई,
मैं अब छोड़ कर सारे दुनिया के धन्धे,
तुम्हारी भवानी शरण आ गया हूं,
री बहना अब तो भजूँगी हरि नाम,
उमरिया सारी ढल गई रे,
हे राम हे राम...
खाली हाथ आया है और खाली हाथ जाएगा,
आजा बाबा आजा अब तो और न तू तरसा,
निकले आँख से आंसू जैसे सावन है बरसा,