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मत प्रेम करो इस काया से
एक दिन तो दगा दे जाएगी

मत प्रेम करो इस काया से
एक दिन तो दगा दे जाएगी


भैया बहना सब मतलब के
कोई न साथ निभाएगा
जब वक्त पड़ेगा ओ भैया
कोई ना साथ में जाएगा
मत प्रेम करो इस काया से...

यह महल दुमहला छोड़ो तुम
मरघट की अब तुम याद करो
जब आग लगेगी इस तन में
सब ख़ाक राख हो जाएगी
मत प्रेम करो इस काया से...

मत प्रेम करो परदेसी से
एक दिन तो दगा दे जाएंगे
तुम ढूंढ ना पाओगे हमको
हम जाने कहां खो जाएंगे
मत प्रेम करो इस काया से...

जब तक है तन में सांस तेरे
तब तक सब तेरा तेरा है
उड़ गया पंछी रह गई काया
फिर कुछ ना यहां पर तेरा है
मत प्रेम करो इस काया से...

मत प्रेम करो इस काया से
एक दिन तो दगा दे जाएगी






mat prem karo is kaaya se
ek din to daga de jaaegee

mat prem karo is kaaya se
ek din to daga de jaaegee


bhaiya bahana sab matalab ke
koi n saath nibhaaegaa
jab vakt padega o bhaiyaa
koi na saath me jaaegaa
mat prem karo is kaaya se...

yah mahal dumahala chhodo tum
marghat ki ab tum yaad karo
jab aag lagegi is tan me
sab kahaak raakh ho jaaegee
mat prem karo is kaaya se...

mat prem karo paradesi se
ek din to daga de jaaenge
tum dhoondh na paaoge hamako
ham jaane kahaan kho jaaenge
mat prem karo is kaaya se...

jab tak hai tan me saans tere
tab tak sab tera tera hai
ud gaya panchhi rah gi kaayaa
phir kuchh na yahaan par tera hai
mat prem karo is kaaya se...

mat prem karo is kaaya se
ek din to daga de jaaegee






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