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जब जब भी संकट का मुझ पर,
घेरा होता है,

जब जब भी संकट का मुझ पर,
घेरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है...


जब से आए घर में मेरे,
घर के संकट भाग गए,
हम तो सोए थे गहरी नींद में,
हनुमान जी जाग रहे,
हर गली हर कुचे इनका,
बसेरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है...

मुझसे ज्यादा चिंता करते,
ये मेरे घर बार की,
करते है रखवाली हरदम,
ये मेरे परिवार की,
जपते जपते नाम इन्ही का,
सवेरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है...

श्री राम का सेवक है ये,
भक्तो का रखवाला है,
इसकी महिमा बहुत बडी है,
इसका खेल निराला है,
भक्तो से भगवान का रिश्ता,
गहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है...

जब जब भी संकट का मुझ पर,
घेरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है,
मेरे दरवाजे पे हनुमान का,
पहरा होता है...




jab jab bhi sankat ka mujh par,
ghera hota hai,

jab jab bhi sankat ka mujh par,
ghera hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai...


jab se aae ghar me mere,
ghar ke sankat bhaag ge,
ham to soe the gahari neend me,
hanuman ji jaag rahe,
har gali har kuche inaka,
basera hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai...

mujhase jyaada chinta karate,
ye mere ghar baar ki,
karate hai rkhavaali haradam,
ye mere parivaar ki,
japate japate naam inhi ka,
savera hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai...

shri ram ka sevak hai ye,
bhakto ka rkhavaala hai,
isaki mahima bahut badi hai,
isaka khel niraala hai,
bhakto se bhagavaan ka rishta,
gahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai...

jab jab bhi sankat ka mujh par,
ghera hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai,
mere daravaaje pe hanuman ka,
pahara hota hai...




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