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है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,

है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला...


तूँ आंखों में मेरी सदा बस रहा है,
तू धड़कन है दिल में सदा बज रहा है,
है आंखों का मेरी तू ही एक उजाला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला...

मैं सोया करूँ तो दिखे तू ही तू है,
मैं जागा करूँ तो लगे तू ही तू है,
है सपनो में मेरे तू ही आने वाला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला...

रे तुझको बुलाते हैं पर क्यो ना आता,
अरे प्यास नैनो की क्यो ना बुझाता,
ये ‘राजेन्द्र’ सुनता था तू है दयाला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला...

है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला...




hai sir pe mukut kanth baijanti maala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,

hai sir pe mukut kanth baijanti maala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,
hai sir pe mukut kanth baijanti maalaa...


toon aankhon me meri sada bas raha hai,
too dhadakan hai dil me sada baj raha hai,
hai aankhon ka meri too hi ek ujaala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,
hai sir pe mukut kanth baijanti maalaa...

mainsoya karoon to dikhe too hi too hai,
mainjaaga karoon to lage too hi too hai,
hai sapano me mere too hi aane vaala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,
hai sir pe mukut kanth baijanti maalaa...

re tujhako bulaate hain par kyo na aata,
are pyaas naino ki kyo na bujhaata,
ye raajendr sunata thaa too hai dayaala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,
hai sir pe mukut kanth baijanti maalaa...

hai sir pe mukut kanth baijanti maala,
kaha ja chhupa hai mere murali vaala,
hai sir pe mukut kanth baijanti maalaa...




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