Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दे दो चिर हमारी., सरम मोहे लागे मुरारी...

दे दो चिर हमारी., सरम मोहे लागे मुरारी...

लेके चिर कदम्ब चढ़ी बैठे,
हम जल बीच उघारी,
सरम मोहे लागे मुरारी...

तुम्हरी चिर तबै हम देंगे,
जल से होजावो न्यारी,
सरम मोहे लागे मुरारी...

पुरइन पात पहिन गोपी निकसि,
श्याम हंसे दे तारी,
सरम मोहे लागे मुरारी...

सुर दास वली जा चरणों मे,
लीला अजब तुम्हारी,
सरम मोहे लागे मुरारी...

दे दो चिर हमारी., सरम मोहे लागे मुरारी...



de do chir hamaari., saram mohe laage muraari...

de do chir hamaari., saram mohe laage muraari...

leke chir kadamb chadahi baithe,
ham jal beech ughaari,
saram mohe laage muraari...

tumhari chir tabai ham denge,
jal se hojaavo nyaari,
saram mohe laage muraari...

purin paat pahin gopi nikasi,
shyaam hanse de taari,
saram mohe laage muraari...

sur daas vali ja charanon me,
leela ajab tumhaari,
saram mohe laage muraari...

de do chir hamaari., saram mohe laage muraari...



A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
What Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?How To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav DevoteeKey Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
बाँस की बाँसुरिया पे घणो इतरावे,
कोई सोना की जो होती, हीरा मोत्यां की जो
हरी नाम नहीं तो जीना क्या
अमृत है हरी नाम जगत में,
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
मीठी मीठी मेरे सांवरे की मुरली बाजे,
होकर श्याम की दीवानी राधा रानी नाचे
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।

New Bhajan Lyrics View All

सुनके मै आया सारी बात यार की,
करूंगा मैं श्याम से बात प्यार की,
आदि भवानी कष्टों के तारे आन पड़ा अब
माँ जन कल्याणी को प्रणाम है महामाई करो
मुलाकात आखरी, करले मेरे साँवरे
अगले जन्म में मिलना, मुझसे ओ साँवरे
तुम्हारी याद आती है, बताओ क्या करें
वैष्णो आसरे तेरे मेरा परिवार पलता है,
तेरे ही नाम से माता मेरा हर काम चलता है,