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क्या खूब सजते हो जब कीर्तन होता है,
बंरे से लगते हो जब कीर्तन होता है,

क्या खूब सजते हो जब कीर्तन होता है,
बंरे से लगते हो जब कीर्तन होता है,
बाराती बन करके नाचे सारा जहान,
जो मस्ती दरबार में मिलती मिलती और कहा,
क्या खूब सजते हो............

कभी पज्रंगी पगड़ी है,कभी सोहने चांदी हीरे की तगड़ी है
लाल गुलाल जूही चम्पा,वेला का सिंगार देख देख के खुश होता है सांवरिया सरकार,
क्या खूब सजते हो............

बंधा है ये घुमेरा कभी लिले चर अता है बांध के सेहरा,
कोई कमी रखता नही सजने में मेरा श्याम भगतो की मुस्कान में मिलता बाबा को आराम,
क्या खूब सजते हो............

तारीफ करू क्या तेरी तेरे चेहरे से ना हटती नजरे मेरी,
आज ख़ुशी से श्याम की तेरे आंखे भर आई,
जब तक साँस चले मेरी दर से हो न विदाई,



kya khub sajte ho jab kirtan hota hai

kya khoob sajate ho jab keertan hota hai,
banre se lagate ho jab keertan hota hai,
baaraati ban karake naache saara jahaan,
jo masti darabaar me milati milati aur kaha,
kya khoob sajate ho...


kbhi pajrangi pagadi hai,kbhi sohane chaandi heere ki tagadi hai
laal gulaal joohi champa,vela ka singaar dekh dekh ke khush hota hai saanvariya sarakaar,
kya khoob sajate ho...

bandha hai ye ghumera kbhi lile char ata hai baandh ke sehara,
koi kami rkhata nahi sajane me mera shyaam bhagato ki muskaan me milata baaba ko aaram,
kya khoob sajate ho...

taareeph karoo kya teri tere chehare se na hatati najare meri,
aaj kahushi se shyaam ki tere aankhe bhar aai,
jab tak saans chale meri dar se ho n vidaai,
kya khoob sajate ho...

kya khoob sajate ho jab keertan hota hai,
banre se lagate ho jab keertan hota hai,
baaraati ban karake naache saara jahaan,
jo masti darabaar me milati milati aur kaha,
kya khoob sajate ho...




kya khub sajte ho jab kirtan hota hai Lyrics

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