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remaining bhagwat 2

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 125.vob

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 126

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 127

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 128

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 129

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 130

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 131

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 132

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 133

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 134

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 135

shri ravinandan shastri ji bhagwat katha part 136

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ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखो
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारना
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री

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जब जब भी संकट आया था मेरे पास बालाजी,
मेरी आस बालाजी, मेरा विशवास बालाजी,
भगता दी झोली खैर पाई रखदा,
मेरा हारावाला रोनका लगाई रखदा,
मैया वैष्णो के धाम हम आज जाएँ,
माला दीपों की जाकर सजाएं,
शंकर का डमरू बाजे रे,
कैलाशपति शिव नाचे रे,
शिव शंकर भज ले मनवा, शिव शंकर,
यह जीवन, एक बंधन है, मोह ना कर,