⮪ All भगवान की कृपा Experiences

भगवान् आशुतोषकी कृपानुभूति

यह घटना सन् १९६६ ई० की है। मेरी पत्नीको प्रसव होना था, उसे लेकर मैं दिल्लीके सफदरजंग हॉस्पिटल गया था और बच्चा होनेके बाद डॉक्टरके आदेशकी प्रतीक्षा कर रहा था। तभी मुझे अपने गृहजनपद अल्मोड़ासे किसीके माध्यमसे सूचना मिली कि तुम्हारे पिताजी अत्यधिक बीमार हैं, उनके बचनेकी कोई उम्मीद नहीं है। मैं किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया और उसी स्थितिमें भगवान् शिवका स्मरण करते हुए पत्नी तथा नवजात शिशुको लेकर अपने गाँवके लिये चल पड़ा। दिल्ली से मेरे घरकी दूरी लगभग ३०० किमी० है और मार्ग भी उस समय असुविधापूर्ण था। बसके द्वारा सारी रात यात्रा करके प्रातः मैं रामगंगा नदीके तटवर्ती भिकियासैंण बाजार पहुँचा। वहाँ मुझे गाँवके एक आदमीने बताया कि आपके पिताजीकी मृत्यु हो चुकीहै और थोड़ी ही देरमें घरके लोग उन्हें यहींके श्मशानमें लानेवाले हैं। अतः पहाड़ी चढ़कर अभी घर मत जाओ। मुझपर तो जैसे पहाड़ ही टूट पड़ा हो। मैं वहीं पास में स्थित एक शिवमन्दिरमें पहुँचा और भगवान्‌की मूर्तिसे लिपटकर रोने लगा। मैंने शिवजीसे प्रार्थना की कि, 'प्रभो! यदि मेरा आपपर अटल विश्वास है, यदि आपकी मुझपर तनिक भी ममता है, तो कृपया मेरे पिताजीको जीवन प्रदान कीजिये।' कुछ देरतक ऐसे ही प्रार्थना करके मेँ घरकी ओर चल पड़ा। वहाँ जाकर मैंने पिताजीको मृत्युके मुखसे सकुशल लौटा हुआ पाया। जहाँ वैद्यजी और दूसरे लोग इस असामान्य घटनाके कारण आश्चर्यचकित थे, वहीं मैं भगवान् शंकरकी मृत्युविजयिनी अनुकम्पाका अनुभवकर भाव-विह्वल हो रहा था। [ श्रीजयानन्दजी ]



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Real Life Experience प्रभु दर्शन


bhagavaan aashutoshakee kripaanubhooti

yah ghatana san 1966 ee0 kee hai. meree patneeko prasav hona tha, use lekar main dilleeke saphadarajang haॉspital gaya tha aur bachcha honeke baad daॉktarake aadeshakee prateeksha kar raha thaa. tabhee mujhe apane grihajanapad almoda़aase kiseeke maadhyamase soochana milee ki tumhaare pitaajee atyadhik beemaar hain, unake bachanekee koee ummeed naheen hai. main kinkartavyavimoodha़ ho gaya aur usee sthitimen bhagavaan shivaka smaran karate hue patnee tatha navajaat shishuko lekar apane gaanvake liye chal pada़aa. dillee se mere gharakee dooree lagabhag 300 kimee0 hai aur maarg bhee us samay asuvidhaapoorn thaa. basake dvaara saaree raat yaatra karake praatah main raamaganga nadeeke tatavartee bhikiyaasainn baajaar pahunchaa. vahaan mujhe gaanvake ek aadameene bataaya ki aapake pitaajeekee mrityu ho chukeehai aur thoda़ee hee deramen gharake log unhen yaheenke shmashaanamen laanevaale hain. atah pahaada़ee chadha़kar abhee ghar mat jaao. mujhapar to jaise pahaada़ hee toot pada़a ho. main vaheen paas men sthit ek shivamandiramen pahuncha aur bhagavaan‌kee moortise lipatakar rone lagaa. mainne shivajeese praarthana kee ki, 'prabho! yadi mera aapapar atal vishvaas hai, yadi aapakee mujhapar tanik bhee mamata hai, to kripaya mere pitaajeeko jeevan pradaan keejiye.' kuchh deratak aise hee praarthana karake men gharakee or chal pada़aa. vahaan jaakar mainne pitaajeeko mrityuke mukhase sakushal lauta hua paayaa. jahaan vaidyajee aur doosare log is asaamaany ghatanaake kaaran aashcharyachakit the, vaheen main bhagavaan shankarakee mrityuvijayinee anukampaaka anubhavakar bhaava-vihval ho raha thaa. [ shreejayaanandajee ]

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A Beautiful Bhagwad Gita Reader
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श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
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सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे,
मने कारो कारो जमुनाजी रो पानी लागे
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
रसिया को नार बनावो री रसिया को
रसिया को नार बनावो री रसिया को
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥

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बरसों का हुआ इंतजार खत्म,
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मैया देना दया का दान शरण तेरी आये है,
तेरा होगा बङा अहसान शरण तेरी आये है,
आता रहूँ गाता रहूँ मेरे बाबा,
तुझको रिझाता रहूँ
नाच रहे हनुमान राम गुण गा गा के,
राम गुण गा गा के राम गुण गा गा के,
आजा बाबा आजा अब तो और न तू तरसा,
निकले आँख से आंसू जैसे सावन है बरसा,