⮪ All भगवान की कृपा Experiences

पक्षियोंपर प्रभुकी कृपा

भगवान्‌की कृपा समस्त जीवोंपर होती है। प्रभु चराचरनाथ हैं। उनकी कृपाकी अनुभूति भी की जा सकती है। बात वर्ष २०१८ के मई महीनेकी है। मैं मध्य प्रदेशके जिला रायसेनकी गैरतगंज तहसीलमें सेण्ट्रल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंककी शाखा टेकापार गढ़ीमें शाखा प्रबन्धकके पदपर कार्यरत था।

गरमीका समय था। सूर्य भगवान् अपने तापसे सभीको व्याकुल कर रहे थे। मैं अपने निश्चित प्रवासपर अपने सहयोगीके साथ ग्रामोंके भ्रमणके लिये निकला था। बैंकोंमें अधिकारियोंके लिये प्रवास कार्यक्रम निश्चित किये जाते हैं। मैं भी उस दिन निश्चित कार्यक्रमके अनुसार प्रवासपर था।

एक ग्राममें निश्चित कार्यको करनेके बाद मुझे अगले निर्धारित ग्राममें जाना था। मुझे उस क्षेत्रके सभी मार्गोंका भलीभाँति ज्ञान था, फिर भी गन्तव्य मार्गमें न जाकर मैं दूसरे मार्गपर चला गया। दोपहरका समय था, सुनसान जंगलसे होते हुए हम एक निर्जन ग्रामके पाससे निकले। किसी समय वहाँ ऊँचाईपर एक सम्पन्न ग्राम बसा था, जो कि अब वीरान है। ऊँचे पहाड़पर अब ग्राम तो नहीं है, परंतु पुराने अवशेष अब भी हैं। वहींपर एक श्रीहनुमान्जीका पुराना मन्दिर अभी शेष है, जिसका दूसरे ग्रामके लोगोंने जीर्णोद्धार कराया है एवं एक पुजारी नियुक्त किया है, जो सुबह-शाम श्रीहनुमान्जीकी सेवा करने आते हैं।

प्रभुकी कृपासे मैं अपने सहयोगीके साथ तपती दोपहरमें भी उस पहाड़पर चढ़ गया। पहुँचनेपर देखा कि एक छोटा-सा मन्दिर है, जो बाहरसे बन्द है । जिसमें कोई ताला नहीं लगा है। मन्दिरसे बहुत जोर जोरसे आवाजें आ रही थीं। निर्जन क्षेत्र, दोपहरका समय, मन्दिरसे आवाजोंका आना हमें भयभीत कर रहा था। मुझे श्रीहनुमान्जीपर अतिशय श्रद्धा थी। प्रभुप्रेरणासे अचानक मैंने उस मन्दिरके कपाट खोल दिये। मन्दिरमेंसे दो पक्षी एकदम कपाट खुलते ही बाहर भागे। मन्दिरमें कोई दाना-पानीकी व्यवस्था नहीं थी। पक्षी मन्दिरमें व्याकुल होकर फड़फड़ा रहे थे। यदि प्रभुकी प्रेरणा नहीं होती तो वे पक्षी भूख-प्याससे व्याकुल होकर अवश्य ही प्राणान्त कर देते।

मेरे प्रवास - कार्यक्रममें परिवर्तन कराके और उस ऊँचे पहाड़पर प्रभुने हमें भेजकर उन पक्षियोंके प्राण बचानेका काम कराया। प्राणिमात्रपर प्रभुकी अहैतुकी कृपाका यह अद्भुत निदर्शन है-जासु कृपा कृपाँ अघाती ।

[ पं० श्रीश्यामसुन्दरजी तिवारी ]



You may also like these:

Real Life Experience प्रभु दर्शन
Real Life Experience प्रभुकृपा


pakshiyonpar prabhukee kripaa

bhagavaan‌kee kripa samast jeevonpar hotee hai. prabhu charaacharanaath hain. unakee kripaakee anubhooti bhee kee ja sakatee hai. baat varsh 2018 ke maee maheenekee hai. main madhy pradeshake jila raayasenakee gairataganj tahaseelamen sentral madhyapradesh graameen bainkakee shaakha tekaapaar gadha़eemen shaakha prabandhakake padapar kaaryarat thaa.

garameeka samay thaa. soory bhagavaan apane taapase sabheeko vyaakul kar rahe the. main apane nishchit pravaasapar apane sahayogeeke saath graamonke bhramanake liye nikala thaa. bainkonmen adhikaariyonke liye pravaas kaaryakram nishchit kiye jaate hain. main bhee us din nishchit kaaryakramake anusaar pravaasapar thaa.

ek graamamen nishchit kaaryako karaneke baad mujhe agale nirdhaarit graamamen jaana thaa. mujhe us kshetrake sabhee maargonka bhaleebhaanti jnaan tha, phir bhee gantavy maargamen n jaakar main doosare maargapar chala gayaa. dopaharaka samay tha, sunasaan jangalase hote hue ham ek nirjan graamake paasase nikale. kisee samay vahaan oonchaaeepar ek sampann graam basa tha, jo ki ab veeraan hai. oonche pahaada़par ab graam to naheen hai, parantu puraane avashesh ab bhee hain. vaheenpar ek shreehanumaanjeeka puraana mandir abhee shesh hai, jisaka doosare graamake logonne jeernoddhaar karaaya hai evan ek pujaaree niyukt kiya hai, jo subaha-shaam shreehanumaanjeekee seva karane aate hain.

prabhukee kripaase main apane sahayogeeke saath tapatee dopaharamen bhee us pahaada़par chadha़ gayaa. pahunchanepar dekha ki ek chhotaa-sa mandir hai, jo baaharase band hai . jisamen koee taala naheen laga hai. mandirase bahut jor jorase aavaajen a rahee theen. nirjan kshetr, dopaharaka samay, mandirase aavaajonka aana hamen bhayabheet kar raha thaa. mujhe shreehanumaanjeepar atishay shraddha thee. prabhupreranaase achaanak mainne us mandirake kapaat khol diye. mandiramense do pakshee ekadam kapaat khulate hee baahar bhaage. mandiramen koee daanaa-paaneekee vyavastha naheen thee. pakshee mandiramen vyaakul hokar phada़phada़a rahe the. yadi prabhukee prerana naheen hotee to ve pakshee bhookha-pyaasase vyaakul hokar avashy hee praanaant kar dete.

mere pravaas - kaaryakramamen parivartan karaake aur us oonche pahaada़par prabhune hamen bhejakar un pakshiyonke praan bachaaneka kaam karaayaa. praanimaatrapar prabhukee ahaitukee kripaaka yah adbhut nidarshan hai-jaasu kripa kripaan aghaatee .

[ pan0 shreeshyaamasundarajee tivaaree ]

64 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Why Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna BhaktiHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee



Bhajan Lyrics View All

हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
ज़री की पगड़ी बाँधे, सुंदर आँखों वाला,
कितना सुंदर लागे बिहारी कितना लागे
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
राधे तु कितनी प्यारी है ॥
तेरे संग में बांके बिहारी कृष्ण
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन
और संग में सज रही है वृषभानु की
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
तेरा पल पल बिता जाए रे
मुख से जप ले नमः शवाए
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
प्रभु कर कृपा पावँरी दीन्हि
सादर भारत शीश धरी लीन्ही
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा

New Bhajan Lyrics View All

पुरन करनें काम,
अवध में जनम लियो हैं राम,
जिनके शीश विराजे गंगा,
शीश नवालो करेंगें सब चंगा,
लूट सके तो लूट ले भाई साँई नाम की लूट,
श्रद्धा सबूरी से बनाले साँई से रिश्ता
मुंह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये,
मेरे श्याम मुझे तू ही नज़र आये,
हारा वाले ते सुटिया डोरा आपे बेडा पार
मैनू किसे दिया नहियो लोहड़ा आपे बेडा