⮪ All भगवान की कृपा Experiences

कृपानुभूति भगवान् शिवकी

मेरी एवं मेरे परिवारकी भगवान् शंकरमें पूरी आस्था एवं निष्ठा है। शिवजी मेरे कुलदेवता भी हैं। मेरा यह मानना है कि ईश्वरीय सत्तामें जिसका पूर्ण विश्वास हो, भला उसका कोई क्या बिगाड़ सकता है। यह घटना स्वयं मेरे साथ घटी है। वह इस प्रकार है

मैं जबलपुर (म०प्र०) में रहती हूँ। मुझे ऑपरेशनसे दो बेटियाँ हुई थीं। मेरे पापा बनारसमें थे। उन्होंने एक विद्वान् ज्योतिषीको मेरी कुण्डली दिखलायी। ज्योतिषीजीने पुत्रप्राप्तिहेतु शिवाराधनकी आवश्यकता बतलायी और अनुरोध करनेपर स्वयं ही पूजा जपादि सम्पन्न करवाया। ज्योतिषीजीने कहा कि 'अब डेढ़ वर्षमें पुत्रप्राप्ति हो जायगी।' हुआ भी वैसा ही, सवा सालके भीतर ही पुत्रका जन्म हुआ। जन्म होनेके बाद उसकी तबियत बहुत खराब हो गयी। दूध बिलकुल पचता ही नहीं था, मल-मूत्रादि होना भी बन्द था। जबलपुरमें हमने बहुत-से डॉक्टरोंको दिखाया, जब कोई लाभ न मिला तो एक चाइल्ड स्पेशलिस्टसर्जनको दिखाया। उन्होंने कहा कि स्टमकमें ब्लॉक है, ऑपरेशन करना पड़ेगा। मैंने अपने पिताजीको फोन किया तो उन्होंने तत्काल एक होमियोपैथ डॉक्टरसे सम्पर्ककर हमें एक दवा बतलायी और एक सुयोग्य, साधक पण्डितसे महामृत्युंजय मन्त्रका अनुष्ठान आरम्भ करवा दिया। चिकित्सकके द्वारा निर्दिष्ट पथ्य और दवा देते रहने से चार महीनेमें बच्चा सर्वथा स्वस्थ हो गया। पाँचवें महीनेमें हमने पिछली सारी रिपोर्ट और बच्चेको बी०एच०यू० के एक सर्जनको दिखाया। रिपोर्ट देखते ही वे आश्चर्यचकित हो गये और बोले 'जिस बच्चेकी यह रिपोर्ट है, वह यदि जीवित है तो भगवान्‌को ही धन्यवाद देना चाहिये।' | इसके बाद हमने मुम्बईके नानावटी हॉस्पिटलमें भी दिखाया, वहाँ भी उस परिस्थितिके लिये आश्चर्य एवं बच्चेके सर्वथा स्वस्थ होनेका भाव डॉक्टरोंने प्रकट किया। भगवान् शंकरकी कृपासे आज भी मेरा पुत्र स्वस्थ हैं और सानन्द गृहस्थोचित जीवन बिता रहा है। [ श्रीमती ज्योतिजी दुबे ]



You may also like these:



kripaanubhooti bhagavaan shivakee

meree evan mere parivaarakee bhagavaan shankaramen pooree aastha evan nishtha hai. shivajee mere kuladevata bhee hain. mera yah maanana hai ki eeshvareey sattaamen jisaka poorn vishvaas ho, bhala usaka koee kya bigaada़ sakata hai. yah ghatana svayan mere saath ghatee hai. vah is prakaar hai

main jabalapur (ma0pra0) men rahatee hoon. mujhe ऑpareshanase do betiyaan huee theen. mere paapa banaarasamen the. unhonne ek vidvaan jyotisheeko meree kundalee dikhalaayee. jyotisheejeene putrapraaptihetu shivaaraadhanakee aavashyakata batalaayee aur anurodh karanepar svayan hee pooja japaadi sampann karavaayaa. jyotisheejeene kaha ki 'ab dedha़ varshamen putrapraapti ho jaayagee.' hua bhee vaisa hee, sava saalake bheetar hee putraka janm huaa. janm honeke baad usakee tabiyat bahut kharaab ho gayee. doodh bilakul pachata hee naheen tha, mala-mootraadi hona bhee band thaa. jabalapuramen hamane bahuta-se daॉktaronko dikhaaya, jab koee laabh n mila to ek chaaild speshalistasarjanako dikhaayaa. unhonne kaha ki stamakamen blaॉk hai, ऑpareshan karana pada़egaa. mainne apane pitaajeeko phon kiya to unhonne tatkaal ek homiyopaith daॉktarase samparkakar hamen ek dava batalaayee aur ek suyogy, saadhak panditase mahaamrityunjay mantraka anushthaan aarambh karava diyaa. chikitsakake dvaara nirdisht pathy aur dava dete rahane se chaar maheenemen bachcha sarvatha svasth ho gayaa. paanchaven maheenemen hamane pichhalee saaree riport aur bachcheko bee0echa0yoo0 ke ek sarjanako dikhaayaa. riport dekhate hee ve aashcharyachakit ho gaye aur bole 'jis bachchekee yah riport hai, vah yadi jeevit hai to bhagavaan‌ko hee dhanyavaad dena chaahiye.' | isake baad hamane mumbaeeke naanaavatee haॉspitalamen bhee dikhaaya, vahaan bhee us paristhitike liye aashchary evan bachcheke sarvatha svasth honeka bhaav daॉktaronne prakat kiyaa. bhagavaan shankarakee kripaase aaj bhee mera putr svasth hain aur saanand grihasthochit jeevan bita raha hai. [ shreematee jyotijee dube ]

407 Views

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti11 Tips For Enhancing Devotional Service For Busy People14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For GodHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?



Bhajan Lyrics View All

श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना
तुझे मिल गया पुजारी, मुझे मिल गया
मुझे रास आ गया है,
तेरे दर पे सर झुकाना
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
तेरे बगैर सांवरिया जिया नही जाये
तुम आके बांह पकड लो तो कोई बात बने‌॥
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
श्यामा प्यारी मेरे साथ हैं,
फिर डरने की क्या बात है
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
Ye Saare Khel Tumhare Hai Jag
Kahta Khel Naseebo Ka
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख

New Bhajan Lyrics View All

आये नवराते घर में मैया जी आई,
आगे बजरंगी पीछे भेरो को लाई,
ओ देवा गणपति देवा,
सारी उम्र करुँगी सेवा,
एक काम बालाजी जरूर करना,
सारी दुनिया में मेरा नाम करना...
मेरा भोला बोलै बम बम बम,
मेरी नस नस बोलै हरी हरी...
आजा बाबा आजा अब तो और न तू तरसा,
निकले आँख से आंसू जैसे सावन है बरसा,