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है हमने प्यार वो पाया, जो दुनिया पा नहीं सकती,
मगर कैसे कहे उसको जुबा भी गा नहीं सकती,

है हमने प्यार वो पाया, जो दुनिया पा नहीं सकती,
मगर कैसे कहे उसको जुबा भी गा नहीं सकती,
है हमने प्यार वो पाया...


नहीं ये दे हमे दुनिया में ना दौलत के मिलता है,
रूहानी प्यार बन रूहो की मुस्कानो में खिलता है,
इस की तुलना किसी से भी कभी की जा नहीं सकती,
है हमने प्यार वो पाया...

मचलती हूरो की महफ़िल फ़रिश्ते भी तरसते है,
जिसे पाने लिए इतने अनेको कष्ट सह्ते है,
बिना प्रभु के दिए दौलत ये पाई जा नहीं सकती,
है हमने प्यार वो पाया...

ये जाने पुण्य है कब का ये किस तप का है परताये,
हमारे बैठ कर सन्मुख हमारे रोज गुण गाये,
ये खुभी है उसकी जो ब्यान किये जा नहीं सकती,
है हमने प्यार वो पाया...

है हमने प्यार वो पाया, जो दुनिया पा नहीं सकती,
मगर कैसे कहे उसको जुबा भी गा नहीं सकती,
है हमने प्यार वो पाया...




hai hamane pyaar vo paaya, jo duniya pa nahi sakati,
magar kaise kahe usako juba bhi ga nahi sakati,

hai hamane pyaar vo paaya, jo duniya pa nahi sakati,
magar kaise kahe usako juba bhi ga nahi sakati,
hai hamane pyaar vo paayaa...


nahi ye de hame duniya me na daulat ke milata hai,
roohaani pyaar ban rooho ki muskaano me khilata hai,
is ki tulana kisi se bhi kbhi ki ja nahi sakati,
hai hamane pyaar vo paayaa...

mchalati hooro ki mahapahil paharishte bhi tarasate hai,
jise paane lie itane aneko kasht sahate hai,
bina prbhu ke die daulat ye paai ja nahi sakati,
hai hamane pyaar vo paayaa...

ye jaane puny hai kab ka ye kis tap ka hai parataaye,
hamaare baith kar sanmukh hamaare roj gun gaaye,
ye khubhi hai usaki jo byaan kiye ja nahi sakati,
hai hamane pyaar vo paayaa...

hai hamane pyaar vo paaya, jo duniya pa nahi sakati,
magar kaise kahe usako juba bhi ga nahi sakati,
hai hamane pyaar vo paayaa...




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