Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो,
दौड़ा चला वो आएगा दिल से पुकार लो,

सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो,
दौड़ा चला वो आएगा दिल से पुकार लो,
सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो।

 जिसने भी श्याम प्यारे को दिल में बसा लिया,
उसने अपने जीवन में सब कुछ ही पा लिया,
सेल्फी तो एक बहाना है जीवन सुधार लो,
सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो।

जब जब भी मेरे श्याम को जिसने पुकारा है,
दौड़ा है आया सांवरा देता सहारा है,
दो फूल देके श्रद्धा से बिगड़ी संवार लो,
सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो।

मीरा ने श्याम प्यारे को गिरधर बनाया है,
कान्हा ने आके ज़हर को अमृत बनाया था,
बावा कहे ये वेद से चरणों का प्यार लो,
सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो।

सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो,
दौड़ा चला वो आएगा दिल से पुकार लो,
सज धज के बैठा सांवरा सेल्फी उतार लो।



saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo,
dauda chala vo aaega dil se pukaar lo,
saj dhaj

saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo,
dauda chala vo aaega dil se pukaar lo,
saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo.

 jisane bhi shyaam pyaare ko dil me basa liya,
usane apane jeevan me sab kuchh hi pa liya,
selphi to ek bahaana hai jeevan sudhaar lo,
saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo.

jab jab bhi mere shyaam ko jisane pukaara hai,
dauda hai aaya saanvara deta sahaara hai,
do phool deke shrddha se bigadi sanvaar lo,
saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo.

meera ne shyaam pyaare ko girdhar banaaya hai,
kaanha ne aake zahar ko amarat banaaya tha,
baava kahe ye ved se charanon ka pyaar lo,
saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo.

saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo,
dauda chala vo aaega dil se pukaar lo,
saj dhaj ke baitha saanvara selphi utaar lo.



A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON84 Beautiful Names Of Lord Shri Krishna (with Meaning) – Reading Them Fills The Heart With LoveHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?14 Tips To Overcome Tough Times Through Devotional Love For God



Bhajan Lyrics View All

दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
शिव समा रहे मुझमें
और मैं शून्य हो रहा हूँ
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
तीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।
राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
हम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
मेरी करुणामयी सरकार पता नहीं क्या दे
क्या दे दे भई, क्या दे दे
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
हर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरा
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...
गोवर्धन वासी सांवरे, गोवर्धन वासी
तुम बिन रह्यो न जाय, गोवर्धन वासी
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
श्याम बंसी ना बुल्लां उत्ते रख अड़ेया
तेरी बंसी पवाडे पाए लख अड़ेया ।
कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे

New Bhajan Lyrics View All

मेरे श्याम धणी साँवरिया,
मेरी कसके पकड़लो बहिया,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी,
झंडा झूले जोगीया वे तेरा लाल गुलाबी॥
गौरा के लाल बड़े प्यारे लगे चलो देखन
एक दंत दयावंत चार भुजा धारी
हो रही ए फुलां दी वर्खा, सिद्ध जोगी दे
ओ वेख के तक्क के मंदिरा नू नच्दे भगत
जोगिया महिमा तेरी अपार,
कर दो मुझको भी भव से पार,