Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है,
मैया ने हमे बुलाया है दाती ने हमे बुलाया है,

चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है,
मैया ने हमे बुलाया है दाती ने हमे बुलाया है,
चलो छोड़के सब संसार मैया ने हमे बुलाया है...


रस्ता देख रही है मैया हमको बुला रही है मैया,
लुटाने हमपे अपना प्यार मैया ने हमे बुलाया है,
चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है...

ऊँची है वो पर्वतमाला जहाँ पे माँ का भवन निराला,
लगाके बैठी माँ दरबार मैया ने हमे बुलाया है,
चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है...

कब होगा माँ का दर्शन है कुर्मी अमन का व्याकुल मन है,
केशव करता जय जयकार मैया ने हमे बुलाया है,
चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है...

चलो भक्तो माँ के द्वार मैया ने हमे बुलाया है,
मैया ने हमे बुलाया है दाती ने हमे बुलाया है,
चलो छोड़के सब संसार मैया ने हमे बुलाया है...




chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai,
maiya ne hame bulaaya hai daati ne hame bulaaya hai,

chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai,
maiya ne hame bulaaya hai daati ne hame bulaaya hai,
chalo chhodake sab sansaar maiya ne hame bulaaya hai...


rasta dekh rahi hai maiya hamako bula rahi hai maiya,
lutaane hamape apana pyaar maiya ne hame bulaaya hai,
chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai...

oonchi hai vo parvatamaala jahaan pe ma ka bhavan niraala,
lagaake baithi ma darabaar maiya ne hame bulaaya hai,
chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai...

kab hoga ma ka darshan hai kurmi aman ka vyaakul man hai,
keshav karata jay jayakaar maiya ne hame bulaaya hai,
chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai...

chalo bhakto ma ke dvaar maiya ne hame bulaaya hai,
maiya ne hame bulaaya hai daati ne hame bulaaya hai,
chalo chhodake sab sansaar maiya ne hame bulaaya hai...




A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
7 Amazing Ways In Which Devotees Easily Overcome PainHow To Cultivate Gratitude For God And Feel Blessed In Life?The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCONWhy Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]



Bhajan Lyrics View All

राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
एक कोर कृपा की करदो स्वामिनी श्री
दासी की झोली भर दो लाडली श्री राधे॥
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
सांवरियो है सेठ, म्हारी राधा जी सेठानी
यह तो जाने दुनिया सारी है
सत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर है
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
हम राम जी के, राम जी हमारे हैं
वो तो दशरथ राज दुलारे हैं
श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
ये तो बतादो बरसानेवाली,मैं कैसे
तेरी कृपा से है यह जीवन है मेरा,कैसे
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
किसी को भांग का नशा है मुझे तेरा नशा है,
भोले ओ शंकर भोले मनवा कभी न डोले,
कैसे जिऊ मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही ना लागे तुम्हारे बिना
यशोमती मैया से बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
हम प्रेम दीवानी हैं, वो प्रेम दीवाना।
ऐ उधो हमे ज्ञान की पोथी ना सुनाना॥
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
श्याम देखा घनश्याम देखा
तेरे दर पे आके ज़िन्दगी मेरी
यह तो तेरी नज़र का कमाल है,

New Bhajan Lyrics View All

मेरे गणनायक तुम आ जाओ मैं कब से बाट
मैं तो कब से बाट निहार रही, मेरे गणनायक
मेरे हाथों पे खींच दे लकीर ऐसी माँ
सोयी सोयी जग दे तक़दीर ऐसी माँ,
कितना सुंदर मृग नाथ,
पंचवटी आया है,
गिरधर तेरे चरणों में हर सांस गुज़र
जिस सांस तुझे भूलूँ वो सांस ठहर जाए,
हमें निज धर्म पर चलना बताती रोज
सदा शुभ आचरण करना सिखाती रोज रामायण,