Download Bhajan as .txt File Download Bhajan as IMAGE File

दोहा: मांग मांग इंसान की, तमन्ना पूरी होए
साईं जी के द्वार से खाली गया न कोय

दोहा: मांग मांग इंसान की, तमन्ना पूरी होए
साईं जी के द्वार से खाली गया न कोय

तेरे दरबार पे दामन यह फैला रखा है
इक तेरे आस पे दुनिया को भुला रखा है

मेरी बिगड़ी हुई तकदीर सवारी तूने
मेरी डूबी हुई कश्ती भी उभारी तूने
तेरी उठी को तभी माथे लगा रखा है
इक तेरे आस पे दुनिया को भुला रखा है

साईं मुखड़े में सभी देवो को पाया मैंने
जैसा चाहा तुझे, वैसा ही है पाया मैंने
हमने दीपक तेरे दरबार जला रखा है
तेरे दरबार पे दामन यह फैला रखा है

कर दो कृपा मैं भी साईं तेरा दीवाना हूँ
लेलो चरनी तेरी ज्योति का परवाना
कमल को किस लिए तूने गैर बना रखा है



tere darbaar pe daman yeh faila rakha hai sai bhajan

dohaa: maang maang insaan ki, tamanna poori hoe
saaeen ji ke dvaar se khaali gaya n koy


tere darabaar pe daaman yah phaila rkha hai
ik tere aas pe duniya ko bhula rkha hai

meri bigadi hui takadeer savaari toone
meri doobi hui kashti bhi ubhaari toone
teri uthi ko tbhi maathe laga rkha hai
ik tere aas pe duniya ko bhula rkha hai

saaeen mukhade me sbhi devo ko paaya mainne
jaisa chaaha tujhe, vaisa hi hai paaya mainne
hamane deepak tere darabaar jala rkha hai
tere darabaar pe daaman yah phaila rkha hai

kar do kripa mainbhi saaeen tera deevaana hoon
lelo charani teri jyoti ka paravaanaa
kamal ko kis lie toone gair bana rkha hai
ik tere aas pe duniya ko bhula rkha hai

dohaa: maang maang insaan ki, tamanna poori hoe
saaeen ji ke dvaar se khaali gaya n koy




tere darbaar pe daman yeh faila rakha hai sai bhajan Lyrics

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
9 Must Have Qualities Of A Good Vaishnav Devotee84 Beautiful Names Of Lord Shri Krishna (with Meaning) – Reading Them Fills The Heart With LoveWhy Should One Do Bhakti? 80 Facts About Bhakti [Must Read]Key Importance Of Bhav And Ras In Krishna Bhakti



Bhajan Lyrics View All

जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
मेरे जीवन की जुड़ गयी डोर, किशोरी तेरे
किशोरी तेरे चरणन में, महारानी तेरे
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार,
यहाँ से गर जो हरा कहाँ जाऊँगा सरकार
मोहे आन मिलो श्याम, बहुत दिन बीत गए।
बहुत दिन बीत गए, बहुत युग बीत गए ॥
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।
तमन्ना यही है के उड के बरसाने आयुं मैं
आके बरसाने में तेरे दिल की हसरतो को
ज़िंदगी मे हज़ारो का मेला जुड़ा
हंस जब जब उड़ा तब अकेला उड़ा
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
सांवरे से मिलने का, सत्संग ही बहाना है,
चलो सत्संग में चलें, हमें हरी गुण गाना
मेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसे
आज बृज में होली रे रसिया।
होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
आँखों को इंतज़ार है सरकार आपका
ना जाने होगा कब हमें दीदार आपका
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
दिल की हर धड़कन से तेरा नाम निकलता है
तेरे दर्शन को मोहन तेरा दास तरसता है
दिल लूटके ले गया नी सहेलियो मेरा
मैं तक्दी रह गयी नी सहेलियो लगदा बड़ा
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
सावरे से मिलने का सत्संग ही बहाना है ।
सारे दुःख दूर हुए, दिल बना दीवाना है ।
कारे से लाल बनाए गयी रे,
गोरी बरसाने वारी
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
रंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगी
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार

New Bhajan Lyrics View All

तेरे चरणों में मैं रूल जावां, बृज रज़
इतनीं सी है दिल की आरजू,
दरबार तेरा ओ श्याम खुशियों का खज़ाना
मिलता जो सुकून यहाँ कहीं और ना जाना
कदम कदम मोहे भारी दर्शन दे जा रे
बीती बातों में उमरिया भजन बिना
भजन बिना ओ भैया
राधिके यूँही जमुना पे आती रहो,
बाहों के झूले में मैं झुलाता रहू,