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Ram Katha By H.H.Bhakti Rasamrita Swami in HIndi

Ram Katha by H.H.Bhaktirasamrita Swami day1 (Part 1)

Ram Katha by H.H.Bhaktirasamrita Swami day1 (Part 2)

Ram Katha by H.H.BhaktiRasamrita Swami - Day 2 (Part1)

Ram Katha by H.H.BhaktiRasamrita Swami - Day2 (Part2)

Ram Katha by H.H.BhaktiRasamrita Swami Day3(Part-1)

ramkatha by H.H.BhaktiRasamrita Swami Day3 (Part 2)

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दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
जिंदगी एक किराये का घर है,
एक न एक दिन बदलना पड़ेगा॥
तेरे दर की भीख से है,
मेरा आज तक गुज़ारा
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
ऐसी होली तोहे खिलाऊँ
दूध छटी को याद दिलाऊँ
बहुत बड़ा दरबार तेरो बहुत बड़ा दरबार,
चाकर रखलो राधा रानी तेरा बहुत बड़ा
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री कैसो चटक
श्याम मेरी चुनरी में पड़ गयो दाग री
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
जगत में किसने सुख पाया
जो आया सो पछताया, जगत में किसने सुख
राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥
तेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु की
वृन्दावन के बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी ।
राधे राधे बोल, राधे राधे बोल,
बरसाने मे दोल, के मुख से राधे राधे बोल,
ना मैं मीरा ना मैं राधा,
फिर भी श्याम को पाना है ।
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।
कोई पकड़ के मेरा हाथ रे,
मोहे वृन्दावन पहुंच देओ ।
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो
चरन हो राघव के,जहा मेरा ठिकाना हो
हर पल तेरे साथ मैं रहता हूँ,
डरने की क्या बात? जब मैं बैठा हूँ
सब हो गए भव से पार, लेकर नाम तेरा
नाम तेरा हरि नाम तेरा, नाम तेरा हरि नाम
जा जा वे ऊधो तुरेया जा
दुखियाँ नू सता के की लैणा
बृज के नंदलाला राधा के सांवरिया,
सभी दुःख दूर हुए, जब तेरा नाम लिया।
मेरे बांके बिहारी बड़े प्यारे लगते
कही नज़र न लगे इनको हमारी
साँवरिया ऐसी तान सुना,
ऐसी तान सुना मेरे मोहन, मैं नाचू तू गा ।
सब के संकट दूर करेगी, यह बरसाने वाली,
बजाओ राधा नाम की ताली ।
अपने दिल का दरवाजा हम खोल के सोते है
सपने में आ जाना मईया,ये बोल के सोते है
मेरा आपकी कृपा से,
सब काम हो रहा है
इतना तो करना स्वामी जब प्राण तन से
गोविन्द नाम लेकर, फिर प्राण तन से
राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
कोई ना बताये और शाम हो गयी,
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया ॥

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भोले भंडारी ये तुमसे कैसा नाता है,
मै दुःख में याद करू तु दौड़ा आता है...
फागण आयो चलो मेले में,
मेले में भई मेले में,
मेरी मईया की सरकार,
ये कहता जग सारा,
है सिर पे मुकुट कंठ बैजंती माला,
कहा जा छुपा है मेरे मुरली वाला,
तेरे जीवन में ख़ुशियाँ तमाम आएंगी,
ले जा माँ की दुआएं तेरे काम आएगी,