Home Gurus Sukhbodhananda

My treasure

01 GET RID OF STRESS

10 INNER AWAKENING

Being Open & Centered - (Bhagavad Gita - Vol. 7 & 8)

04 Discouragement to Encouragement

Search for Self - (Bhagavad Gita - Vol. 49 & 50)

05 WORRY TO WISDOM

02 JOKES TO JOY

04 Discouragement to Encouragement

Swamini Vimalananda - Mastering the Mind

EGO - Edging God Out (Bhagavad Gita - Vol. 9 & 10)

EGO - Edging God Out (Bhagavad Gita - Vol. 9 & 10)

Surging Joy - Within (Bhagavad Gita - Vol. 11 & 12)

Integration of Roles - (Bhagavad Gita - Vol. 19 & 20)

Unessential to Essential - (Bhagavad Gita - Vol. 29 & 30)

Om Namaha Shivaya (Peaceful Bhajan)

Contents of this list:

01 GET RID OF STRESS
10 INNER AWAKENING
73rd IRC swami sukhabodhananda Speech
Being Open & Centered - (Bhagavad Gita - Vol. 7 & 8)
04 Discouragement to Encouragement
Search for Self - (Bhagavad Gita - Vol. 49 & 50)
05 WORRY TO WISDOM
02 JOKES TO JOY
04 Discouragement to Encouragement
73rd IRC swami sukhabodhananda Speech
Swamini Vimalananda - Mastering the Mind
EGO - Edging God Out (Bhagavad Gita - Vol. 9 & 10)
EGO - Edging God Out (Bhagavad Gita - Vol. 9 & 10)
Surging Joy - Within (Bhagavad Gita - Vol. 11 & 12)
Integration of Roles - (Bhagavad Gita - Vol. 19 & 20)
Unessential to Essential - (Bhagavad Gita - Vol. 29 & 30)
Om Namaha Shivaya (Peaceful Bhajan)

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वृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।
मैं मिलन की प्यासी धारा
तुम रस के सागर रसिया हो
सांवरिया है सेठ ,मेरी राधा जी सेठानी
यह तो सारी दुनिया जाने है
तेरा गम रहे सलामत मेरे दिल को क्या कमी
यही मेरी ज़िंदगी है, यही मेरी बंदगी है
मेरा अवगुण भरा शरीर, कहो ना कैसे
कैसे तारोगे प्रभु जी मेरो, प्रभु जी
मेरा यार यशुदा कुंवर हो चूका है
वो दिल हो चूका है जिगर हो चूका है
मन चल वृंदावन धाम, रटेंगे राधे राधे
मिलेंगे कुंज बिहारी, ओढ़ के कांबल काली
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल
सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए॥
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
सब दुख दूर हुए जब तेरा नाम लिया
कौन मिटाए उसे जिसको राखे पिया
मुँह फेर जिधर देखु मुझे तू ही नज़र आये
हम छोड़के दर तेरा अब और किधर जाये
लाली की सुनके मैं आयी
कीरत मैया दे दे बधाई
वृंदावन में हुकुम चले बरसाने वाली का,
कान्हा भी दीवाना है श्री श्यामा
जय शिव ओंकारा, ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी
हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्री
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
फाग खेलन बरसाने आये हैं, नटवर नंद
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
मुझे चढ़ गया राधा रंग रंग, मुझे चढ़ गया
श्री राधा नाम का रंग रंग, श्री राधा नाम
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
मेरी रसना से राधा राधा नाम निकले,
हर घडी हर पल, हर घडी हर पल।
करदो करदो बेडा पार, राधे अलबेली सरकार।
राधे अलबेली सरकार, राधे अलबेली सरकार॥
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...
इक तारा वाजदा जी हर दम गोविन्द गोविन्द
जग ताने देंदा ए, तै मैनु कोई फरक नहीं
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार
नटवर नागर नंदा, भजो रे मन गोविंदा
शयाम सुंदर मुख चंदा, भजो रे मन गोविंदा
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैं
कहना कहना आन पड़ी मैं तेरे द्वार ।
मुझे चाकर समझ निहार ॥
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
तू राधे राधे गा ,
तोहे मिल जाएं सांवरियामिल जाएं
राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता

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बड़े करुणामयी है सीतापति,
ऐसे चर्चे प्रभु के सुने है मगर,
दर्शन करने आए, दर्शन करके जाएंगे,
श्याम के दरबार, से झोली भर के जाएंगे,
मगन है राम धुन में जो,
भगत उनका निराला है,
बाबा मेरा काम करोगे बोलो क्या लोगे,
सिर पर हाथ दरो गये बोलो क्या लोगे,
मैया तेरे मंदिरों का मैंने गुण गाया है
तेरी सूरत को मां दिल में बसाया है