Home Gurus Pundarik ji

International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur

International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 1 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji

International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 2 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji

International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 3 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji

Contents of this list:

International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 1 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji
International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 2 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji
International Rotary Club Seminar in Birla Auditorium Jaipur Part 3 Pravachan By H H Sri Pundrik Ji

A Beautiful Bhagwad Gita Reader
READ NOW FREE
11 Tips For Enhancing Devotional Service For Busy People15 Obstacles That Can Easily Derail Us From Our Path Of BhaktiWhat Is Navdha Bhakti? And Why Is It So Important For Us?The Four Main Vaishnav Sampradayas & ISKCON



Bhajan Lyrics View All

राधा नाम की लगाई फुलवारी, के पत्ता
के पत्ता पत्ता श्याम बोलता, के पत्ता
श्याम बुलाये राधा नहीं आये,
आजा मेरी प्यारी राधे बागो में झूला
यह मेरी अर्जी है,
मैं वैसी बन जाऊं जो तेरी मर्ज़ी है
ਮੇਰੇ ਕਰਮਾਂ ਵੱਲ ਨਾ ਵੇਖਿਓ ਜੀ,
ਕਰਮਾਂ ਤੋਂ ਸ਼ਾਰਮਾਈ ਹੋਈ ਆਂ
कान्हा की दीवानी बन जाउंगी,
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी,
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से
लाडली अद्बुत नज़ारा तेरे बरसाने में
लाडली अब मन हमारा तेरे बरसाने में है।
कैसे जीऊं मैं राधा रानी तेरे बिना
मेरा मन ही न लगे श्यामा तेरे बिना
सुबह सवेरे  लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,
मेरी बाँह पकड़ लो इक बार,सांवरिया
मैं तो जाऊँ तुझ पर कुर्बान, सांवरिया
दुनिया का बन कर देख लिया, श्यामा का बन
राधा नाम में कितनी शक्ति है, इस राह पर
आप आए नहीं और सुबह हो मई
मेरी पूजा की थाली धरी रह गई
हम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधा
तू कितनी अच्ची है, तू कितनी भोली है,
ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ, ओ माँ ।
मुझे चाहिए बस सहारा तुम्हारा,
के नैनों में गोविन्द नज़ारा तुम्हार
मैं तो तुम संग होरी खेलूंगी, मैं तो तुम
वा वा रे रासिया, वा वा रे छैला
मेरी करुणामयी सरकार, मिला दो ठाकुर से
कृपा करो भानु दुलारी, श्री राधे बरसाने
जय राधे राधे, राधे राधे
जय राधे राधे, राधे राधे
अपनी वाणी में अमृत घोल
अपनी वाणी में अमृत घोल
श्री राधा हमारी गोरी गोरी, के नवल
यो तो कालो नहीं है मतवारो, जगत उज्य
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
तुम रूठे रहो मोहन,
हम तुमको मन लेंगे
रंगीलो राधावल्लभ लाल, जै जै जै श्री
विहरत संग लाडली बाल, जै जै जै श्री
बृज के नन्द लाला राधा के सांवरिया
सभी दुख: दूर हुए जब तेरा नाम लिया
एक दिन वो भोले भंडारी बन कर के ब्रिज की
पारवती भी मना कर ना माने त्रिपुरारी,
प्रीतम बोलो कब आओगे॥
बालम बोलो कब आओगे॥
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
दिल दीवाना हो गया, दिल दीवाना हो गया ॥
राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाए
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी,
ना सोना काम आएगा, ना चांदी आएगी।
वास देदो किशोरी जी बरसाना,
छोडो छोडो जी छोडो जी तरसाना ।

New Bhajan Lyrics View All

सीताराम सीताराम सीताराम,
मेरे मन बस गये सीताराम,
जो राम को लाए है,
हम उनको लाएंगे,
एक पुष्प ओर एक बेलपत्र,
एक लोटा जल की दार,
मैं भूल ना पाउँगा, तेरे दर की यादें
मैं सब को सुनाऊँगा, तेरे दर की यादें
हे काल के पंजे से माता बचाओ,
जय माँ अष्ट भवानी,